असम के तिनसुकिया में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) में शामिल होने जा रहे तीन युवकों ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गोली मार दी. हालांकि सभी आरोपी इस गोलीबारी में सिर्फ घायल ही हुए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि घटना शनिवार देर रात की है जब तीनों को सदिया लाया जा रहा था, इसी दौरान तिनसुकिया के प्रशासनिक क्षेत्र में तीनों ने भागने की कोशिश की. सादिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मृणाल डेका ने बताया कि युवक जिले के चापाखुवा इलाके के थे और उनके परिवारों ने सादिया पुलिस थाने को सूचित किया था कि वे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए भाग गए थे.
मृणाल डेका ने कहा, 'परिवारों ने हमें शनिवार को लिखित रूप में जानकारी दी, हमने तुरंत एक तलाशी अभियान शुरू किया और अरुणाचल प्रदेश के खरसांग से तीन युवकों को पकड़ने में कामयाब रहे.
उन्होंने कहा, मौके पर पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया कि वे ढोला इलाके में एक बैठक में शामिल हुए थे. हम उन्हें ले गए' कल शाम सादिया लौटते समय उस स्थान पर पहुंचे, जैसे ही तीनों पुलिस वाहन से उतरे, उन्होंने एक कर्मी से बंदूक छीनने की कोशिश की और अंधेरे की आड़ में भागने की कोशिश करने लगे.' डेका ने कहा, 'हमारे पुलिसकर्मियों को यह सुनिश्चित करने के लिए नियंत्रित गोलीबारी का सहारा लेना पड़ा कि वे भाग न सकें. उनके पैरों में गोली लगी है.'
एसपी ने कहा कि तीनों युवकों का फिलहाल डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज चल रहा है. ढोला में कथित तौर पर युवाओं द्वारा की गई बैठक के बारे में किसी भी जानकारी के बारे में पूछे जाने पर, डेका ने कहा कि तीनों के ठीक होने के बाद पूछताछ करने पर अधिक जानकारी मिल सकती है.