तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को नया अध्यक्ष मिलने वाला है. बोलिनेनी राजगोपाल नायडू 6 नवंबर को TTD के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे. उन्होंने मंदिर बोर्ड की तुलना वक्फ बोर्ड से करने वाले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की आलोचना की. नायडू की प्रतिक्रिया तब आई जब ओवैसी ने प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक में वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को शामिल करने पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि टीटीडी बोर्ड में एक भी सदस्य गैर-हिंदू नहीं है.
इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए नायडू ने कहा कि वक्फ बोर्ड एक रियल एस्टेट कंपनी है, उनके (ओवैसी) जैसे वरिष्ठ राजनेता इसकी तुलना टीटीडी से कैसे कर सकते हैं? मैं उनके बयान की निंदा करता हूं. अपनी नियुक्ति के बाद नायडू ने कहा कि तिरुपति मंदिर में मिलावटी घी के इस्तेमाल पर विवाद के बीच मंदिर परिसर में केवल हिंदुओं को ही रोजगार दिया जाना चाहिए.
लड्डू विवाद पर नायडू ने जनता को प्रसाद की गुणवत्ता और मात्रा के बारे में आश्वस्त किया. नायडू ने कहा कि अब सब कुछ ठीक है और मैं आपको अभी के लिए इसका आश्वासन दे सकता हूं.
जब उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के सनातन धर्म बोर्ड को लागू करने के विचार के बारे में पूछा गया, तो नायडू ने समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने (पवन कल्याण) जो कुछ भी कहा है वह 100 प्रतिशत सच है, और मैं इसका समर्थन करूंगा.
उन्होंने सोशल मीडिया पर मंदिर के बारे में गलत सूचनाओं को लेकर भी कहा, जिसमें कहा गया कि टीटीडी ने रतन टाटा जैसी प्रमुख हस्तियों को इसी तरह की ट्रॉफी प्रदान की है. नायडू ने कहा कि फर्जी खबरें और प्रचार सही नहीं हैं. मेरा ध्यान अतीत की घटनाओं पर नहीं, बल्कि भविष्य पर है. टीटीडी के पास पहले से ही एक सतर्कता आयोग है जो जांच कर रहा है. उन्होंने मंदिर के खिलाफ गलत प्रचार करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही.
बता दें कि आंध्र प्रदेश सरकार ने 30 अक्टूबर को नायडू को नवगठित 24-सदस्यीय टीटीडी बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया था, टीटीडी दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर तिरुमाला का मैनेजमेंट करता है.