पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की गहमा-गहमी के बीच हिंसा का दौर भी जारी है. हिंसक झड़पों के बीच ही नामांकन भी हुए और अब शनिवार को फिर से एक हत्या की खबर आई है. एक टीएमसी कार्यकर्ता की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई है. बुरी तरह पीटे जाने के बाद पीड़ित कार्यकर्ता ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. कार्यकर्ता की पहचान मुस्तफा शेख के तौर पर हुई है, जिनकी पत्नी शुजापुर जीपी की पंचायत प्रधान थीं.
मुस्तफा शेख पर दिनदहाड़े हमला
जानकारी के मुताबिक, मुस्तफा शेख पर अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े हमला कर दिया.उन्हें बुरी तरह पीटा गया और कालियागंज के स्थानीय अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया. क्षेत्र का दौरा करने वाली टीएमसी विधायक शबीना यास्मीन ने कहा कि शेख की पत्नी शुजापुर जीपी की पंचायत प्रधान थीं और जिन लोगों ने उन पर हमला किया वे पूर्व टीएमसी कार्यकर्ता थे जो कांग्रेस में शामिल हो गए क्योंकि उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया था.
बीजेपी प्रमुख ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, "निशीथ प्रमाणिक की कार पर बम फेंका गया, पुलिस सचमुच लाचार है. उदयन गुहा अपने गुंडों के साथ 1000-1500 लोगों के साथ वहां खड़ा है. वे हमारे कार्यकर्ताओं के हाथों से फॉर्म बी छीन रहे हैं. चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन कर रहे हैं. चुपचाप बैठे हैं. अगर किसी मंत्री पर इस तरह हमला किया जा सकता है, तो हम कल्पना कर सकते हैं कि पश्चिम बंगाल की स्थिति क्या होगी. क्या ममता बनर्जी राज्य चला रही हैं या नाटक कर रही हैं .'
राज्यपाल ने एसईसी को किया तलब, नहीं पहुंचे राजीव सिन्हा
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को राज्यपाल ने शनिवार को तलब किया था. लेकिन राजीव सिन्हा ने कहा कि वह आज उनसे नहीं मिलेंगे. उन्होंने पंचायत चुनावों के लिए उम्मीदवारों की जांच का हवाला देते हुए कहा, आज राज्यपाल से नहीं मिलेंगे. सूत्रों का कहना है कि सिन्हा ने राज्यपाल को फोन पर सूचित किया है कि वह उम्मीदवार की जांच में व्यस्त हैं. राज्यपाल ने शनिवार को उन्हें तलब किया था.