Rain and Flood Updates: पहाड़ों पर कुदरत का कहर बरपा है, तो मैदानी इलाकों में कई जिलों में पानी ही पानी है. देश का महाराष्ट्र राज्य पिछले 40 वर्षों की सबसे भीषण बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है. महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों में 130 से ज्यादा लोग अलग-अलग हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं. सबसे ज्यादा मौतें लैंडस्लाइड (Landslide) की घटनाओं में हुई हैं. मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात में बारिश की संभावना जताई है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बादलों की आवाजाही के बीच हल्की बूंबाबांदी हो सकती है.
#WATCH | Maharashtra: Houses and shops partially submerged in floodwater in Chikhali area of Kolhapur district. NDRF teams are conducting rescue operations in the area. pic.twitter.com/WffKon2ccN
— ANI (@ANI) July 26, 2021
उत्तराखंड मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. उत्तराखंड में मॉनसून का कहर जिस तरह से बरस रहा है, उसमें अभी लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, पौड़ी, देहरादून जिले में भारी बारिश (Heavy Rainfall) की संभावना है. वहीं, 27 जुलाई को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, पौड़ी, देहरादून में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि बाकी जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है.
(दिलीप सिंह राठौड़ का इनपुट)
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक नोएडा, गढ़मुक्तेश्वर, हाथरस, मथुरा, बिजनौर, सियाना, बुलंदशहर, कासगंज, नजीबाबाद और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटों में बारिश होने की उम्मीद है.
Bulandshahar, Kasganj, Nazibabad, Gulothi(U.P) and adjoining areas during next 2 hours. pic.twitter.com/MiD8IAys5J
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 26, 2021
Maharashtra | It's good that we're able to rescue & shift people from floods, especially girls & women. We have rescued sick men & pregnant women. A women rescue team is needed as we can shift small kids & mothers more efficiently," says KDRF official Shubhangi Madhukar Gharare pic.twitter.com/NiJKqpiMrW
— ANI (@ANI) July 26, 2021
मध्य प्रदेश के मालवा में लगातार बारिश के चलते मुसीबत बढ़ती जा रही है. भारी बारिश के चलते जिले में नदी-नाले उफान पर हैं. साथ ही कुंडालिया डैम में भी पानी लगातार बढ़ता जा रहा है. जलस्तर बढ़ने के बाद डैम के 11 में 10 गेट खोल दिए गए हैं. साथ ही निचले इलाके की बस्तियों में रहने वालों के लिए अलर्ट जारी किया है.
बिहार भी बाढ़ से बेहाल है. दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में इस बार फिर बाढ़ का कहर बरपा तो पूरा इलाका टापू बन गया. कमला, कोसी तथा अधवारा नदियों के उफान में कुछ भी नहीं बचा. सड़कों पर सैलाब का कब्जा है. कहीं जाने के लिए नाव का ही सहारा है.
> पुणे में 400 गांव बाढ़-बारिश से प्रभावित
> कोल्हापुर के 240 गांवों में बाढ़ का मंजर
> सतारा के 100 से ज्यादा गांव में बाढ़ का असर
> सांगली के 90 से ज्यादा गांव जलमग्न
Maharashtra: Houses, roads, and commercial establishments submerged in floodwater in Shiroli area of Kolhapur district pic.twitter.com/h9opCHraq7
— ANI (@ANI) July 26, 2021
दिल्ली मौसम विभाग के अनुसार, 27 से लेकर 30 जुलाई तक दिल्ली के कई हिस्सों में बादल छाए रहने के साथ ही बारिश की संभावनाएं हैं.हालांकि, इस दौरान हल्की बारिश के ही आसार है.
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्व, उत्तर, पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली, गाजियाबाद, वायुसेना हिंडन, शामली, देवबंद, मोदीनगर, हापुड़, बरूत, छपरौला, नोएडा, बागपत, गन्नौर, मेरठ (यूपी) के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होगी.
26-07-2021; 1015 IST; Light to moderate intensity rain would occur over Few places of East, North, Northeast, Northwest, West, Southwest Delhi, Ghaziabad, AF Hindon, Shamli, Deoband, Modinagar, Hapur, Barut, Chapraula, Noida, Bagpat, Meerut(U.P), Gannaur,
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 26, 2021
Jammu and Kashmir: Heavy rainfall in Jammu leads to waterlogging in several areas of the city; visuals from Gandhi Nagar pic.twitter.com/vRYQIaoxH8
— ANI (@ANI) July 26, 2021
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा के कई इलाकों में बारिश की संभावना जताई है. IMD के अनुसार मेरठ, खतौली, कुरुक्षेत्र, सोनीपत और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटों में बारिश होगी.
Meerut, Khatoli (U.P), Kurukshetra, Gannaur, Kaithal, Gohana, Sonipat, (Haryana) and adjoining areas during next 2 hours. pic.twitter.com/XOwH8LoBRg
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 26, 2021
पहाड़ों पर पहाड़ रेत के टीले की तरह ढह रहे हैं तो वहीं, मैदानों में गांव के गांव पानी में तैर रहे हैं. मॉनसून (Monsoon) में हर साल बरसात के साथ पहाड़ों का हिस्सा भरभराने लगता है. कई बार पहाड़ों का मलबा हाइवे पर आ जाता है. इस मौसम में हमेशा डर बना रहता है कि हाइवे पर चलते वक्त कहीं पहाड़ से चट्टानें ना गिरने लगें.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पहाड़ दरका और मलबे की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों के प्रति पीएम मोदी ने संवेदना जताई और मृतकों के परिवार को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, साथ ही घायलों के लिए भी 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया है.