भारत की स्टार बॉक्सर मैरी कॉम (Marry Kom) टोक्यो में महिला बॉक्सिंग (Women Boxing) में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. शनिवार को ओलंपिक (Olympic) में भारत को वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं, आज 38 वर्षीय बॉक्सर मैरीकॉम ने मेडल की तरफ एक और कदम बढ़ा लिया है.
मैरी कॉम ने टोक्यो ओलंपिक में अपना पहला मैच जीत लिया है. राउंड 32 के मुकाबले में उन्होंने हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 से हरा दिया. मैरीकॉम अंतिम 16 में प्रवेश कर गई हैं. अपने मुकाबले से पहले मैरी कॉम ने कहा कि हम मणिपुर के लोग मजबूत होते हैं. हम सुविधा से यहां नहीं पहुंचते हैं. हम तब तक मेहनत करते रहेंगे जबतक अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते हैं.
उन्होंने कहा कि MC से अगर मैरी कॉम होता है तो MC से मीराबाई चानू भी होता है. मैरी कॉम ने कहा कि यह उनके बच्चों के लिए है. केवल ओलंपिक गोल्ड की कमी है, कोरोना और अन्य चीजों के बावजूद यही जीतने के लिए मैं यहां (टोक्यो) आई हूं.
बता दें कि रविवार को 51 किलो फ्लाइवेट कैटेगरी के राउंड-32 के मुकाबले में उन्होंने डोमिनिका गणराज्य की मिगुएलिना हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 शिकस्त दी. मैरीकॉम का अगला मुकाबला 29 जुलाई को होगा. वह कोलंबिया की तीसरी वरीयता प्राप्त वालेंसिया विक्टोरिया से भिड़ेंगी.
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गौरतलब है कि मणिपुर की रहने वाली मैरीकॉम ओलंपिक मेडल जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला मुक्केबाज हैं. मैरीकॉम ने लंदन ओलंपिक 2012 के 51 किलोग्राम फ्लाइवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता था. टोक्यो में भी 38 साल की इस स्टार मुक्केबाज से पदक की उम्मीद की जा रही है.