लाल किले से सभी प्रदर्शनकरियों को बाहर निकाल दिया गया है. भारी फोर्स की तैनाती भी कर दी गई है. प्रदर्शनकारी आज दोपहर लाल किले में दाखिल हो गए थे. उन्होंने यहां पर झंडा भी फहराया था.
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आज हुई हिंसा के मामले में पुलिस की ओर से कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई है. 4 ईस्टर्न रेंज, एक द्वारका के बाबा हरिदास नगर पुलिस स्टेशन, एक नजफगढ़, एक उत्तम नगर में दर्ज की गई.
दिल्ली में आज हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 4 FIR दर्ज किए हैं. इनमें से एक पांडव नगर, दो गाजीपुर थाने और एक सीमापुरी थाने में दर्ज की गई है. प्रदर्शनकारियों पर 8 बसें, 17 गाड़ियां, 4 कंटेनर और 300 से ज्यादा बैरिकेड तोड़ने के आरोप हैं.
ट्रैक्टर परेड हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तक 86 पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं. इसमें से कई हालत गंभीर बताई जा रही है. 45 पुलिसकर्मियों को सिविल लाइन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. वहीं, 18 पुलिसकर्मी LNJP अस्पताल में भर्ती हैं.
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) January 26, 2021
Traffic movement is now normal from Shastri Park to ISBT, Mukarba Chowk to Singhu Border, Loni Border, Chintamani Chowk, Barapulah & DND.
दिल्ली में हालात अब सामान्य हो रहे हैं. कई मेट्रो स्टेशन के गेट खुल गए हैं. दिल्ली गेट, आईटीओ, जामा मस्जिद, रोहिणी सेक्टर 18, आजादपुर और मॉडल टाउन के एंट्री और एग्जिट गेट को खोल दिया गया है. वहीं, पीरागढ़ी चौक और पंजाबी बाग चौक पर यातायात सामान्य हो गया है. NH-24 और NH-9 पर ट्रैफिक सामान्य हो गया है.
ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 83 जवान घायल हो गए. नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के करीब 45 पुलिसकर्मियों को सिविल लाइन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. वहीं, 18 पुलिसकर्मी LNJP अस्पताल में भर्ती हैं. कई पुलिसकर्मियों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
ट्रैक्टर परेड के कारण लाल किले के करीब 200 कलाकार फंसे थे. वो करीब दोपहर 12 बजे से फंसे थे. दिल्ली पुलिस ने अब उन्हें रेस्क्यू कराया है. ये कलाकार गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा थे. पुलिस ने उन्हें धौला कुआं के राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में पहुंचा दिया है.
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद हरियाणा अलर्ट पर है. सोनीपत, झज्जर और पलवल में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. इससे पहले डीजीपी ने जवानों को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का निर्देश जारी किया था.
#WATCH | A protesting farmer died after a tractor rammed into barricades and overturned at ITO today: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 26, 2021
CCTV Visuals: Delhi Police pic.twitter.com/nANX9USk8V
हरियाणा के डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अब किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी. कोई भी सरकारी कार्यालयों, वाहनों सहित राज्य सरकार की सम्पति को नुकसान पहुंचाने व कानून व्यवस्था को बिगाड़े की कोशिश करता है तो पुलिस बल प्रयोग करने से नहीं हिचकेगी. प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से दंगा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.
ट्रैक्टर परेड के दौरान हादसे में एक किसान की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि किसान तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चला रहा था, जिसके कारण वो पलट गई और हादसे में उसकी मौत हो गई. डीडीयू मार्ग पर हुए इस हादसे के बाद कुछ किसान वहां पर धरने पर बैठ गए और आरोप पुलिस पर लगाया गया. मृतक का नाम नवनीत सिंह है. 30 वर्षीय नवनीत उत्तराखंड के रहने वाले थे.
ITO से सभी प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली की सीमाओं पर लौट गए हैं. वहीं, ITO पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है. उदर, हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. हरियाणा के डीजीपी ने सख्ती दिखाई है. उन्होंने कहा है कि उपद्रवियों और दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा.
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद भारतीय रेलवे ने अहम फैसला लिया है. रेलवे ने उन सभी लोगों के टिकट का पूरा पैसा वापस करने का निर्णय लिया है, जिन्हें दिल्ली से ट्रेन पकड़ना था, लेकिन वो समय पर स्टेशन नहीं पहुंच पाए. रेलवे की ओर से यात्रियों से अपील की गई है कि जिनकी भी ट्रेन आज रात 9 बजे तक दिल्ली से थी वो रिफंड के लिए अप्लाई कर दें.
किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई बैठक 2 घंटे तक चली. बैठक में तत्काल प्रभाव से उन संवेदनशील जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं जहां पर आज हिंसा हुई है. यह जगह नांगलोई, आईटीओ और गाजीपुर हैं. गृह मंत्री द्वारा बुलाई गई इस बैठक में आईबी चीफ, गृह मंत्रालय के आला अधिकारी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर मौजूद रहे. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कानून-व्यवस्था दिल्ली में कायम करना प्राथमिकता है.
ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया है. पुलिस की ओर से कहा गया है कि आज के ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ तय हुए शर्तों के अनुसार काम किया और आवश्यक बंदोबस्त किया. दिल्ली पुलिस ने अंत तक काफी संयम का परिचय दिया, परन्तु आंदोलनकारियों ने तय शर्तों की अवहेलना की और तय समय से पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और आंदोलनकारियों ने हिंसा व तोड़फोड़ का मार्ग चुना, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयम के साथ ज़रूरी कदम उठाए. इस आंदोलन से जन संपत्ति को काफी नुक्सान हुआ है और कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. आंदोलनकारियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़ शान्ति बनाएं और तय हुए रास्ते से वापस लौट जाएं.
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. उन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घायल पुलिसकर्मियों में से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है.
#WATCH | Farmers break police barricades at Peeragarhi Chowk and move towards Punjab Bagh in Delhi. pic.twitter.com/H2VqOKTaqh
— ANI (@ANI) January 26, 2021
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया. उनका संयम खत्म हो गया, जिसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर मार्च निकाला. कानून और व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदार थी, लेकिन वो विफल रही. उन्होंने आगे कहा कि आज जो भी हुआ उसका समर्थन कोई नहीं करेगा, लेकिन इसके पीछे के कारणों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता. सरकार समझदारी दिखाए और सही फैसले ले.
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद गृह मंत्रालय एक्शन में है. राष्ट्रीय राजधानी के वर्तमान हालात को देखते हुए पैरामिलिट्री फ़ोर्स की 15 कंपनियां तैनात होंगी. इसमें से 10 कंपनियां CRPF की और 5 कंपनियां अन्य पैरामिलिट्री फ़ोर्स की होंगी. सरकार ने दिल्ली में पैरामिलिट्री के 1500 जवानों को तैनात करने का फैसला लिया है.वहीं, दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी जवानों को उपद्रवियों का पूरी शक्ति के साथ मुकाबला करने का आदेश दिया है.
दिल्ली हिंसा पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हैरान कर देने वाले दृश्य. किसान नेताओं ने ट्रैक्टर परेड से खुद को अलग कर लिया है. मैं उनसे मांग करता हूं कि वो दिल्ली को खाली करें और बॉर्डर पर लौटें.
स्वराज पार्टी के योगेंद्र यादव ने कहा कि लाल किले की घटना से मेरा सिर झुक गया है. वहां पर जो लोग थे वो सही लोग नहीं थे. वहां देशबंधु थे जो पहले दिन से हमारे साथ नहीं हैं, मगर मैं जिम्मेदारी से नहीं भाग सकता हूं. इससे आंदोलन बदनाम होगा.
किसान अब कुंडली बॉर्डर से वापस लौट रहे हैं. वे ट्रैक्टर से वापस पंजाब और हरियाणा की ओर जा रहे हैं.
दिल्ली में सुबह से लेकर अब तक के हालात को लेकर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर लगातार जारी है. आज की हिंसा से जुड़ी हर पहलू की समीक्षा की जा रही है. अबतक 3 अहम बैठकें हो चुकी हैं. गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस द्वारा बनाई गई विशेष टीम दिल्ली-एनसीआर के अधिकारियों से लगातार जानकारी ले रही है.
हरियाणा पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जयपुर-दिल्ली हाइवे पर मानेसर से पहले ही रोक दिया है. हजारों की संख्या में जवान तैनात किए गए हैं. योगेंद्र यादव के नेतृत्व में जा रहे हजारों ट्रैक्टर को वापस राजस्थान बॉर्डर की तरफ मोड़ा जा रहा है.
#WATCH | Farmers stage protest against the three agriculture laws at Delhi-Jaipur Expressway in Manesar, Haryana. pic.twitter.com/F42FUhwEiy
— ANI (@ANI) January 26, 2021
किसान उत्तम नगर और जनकपुरी होते हुए आगे बढ़ रहे हैं. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन उसे भी तोड़ दिया गया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. आंदोलनकारियों ने रास्ते से बसें भी हटा दी. इस बीच, नांगलोई में भी बवाल हो गया है.
नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के द्वारा दिल्ली की ओर से आने वाली सड़क को खाली करा लिया गया है. पुलिस प्रशासन और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप की बातचीत के बाद किसानों ने धरना खत्म किया है. किसानों के द्वारा पुलिस प्रशासन से मांग गई थी कि जिन किसानों पर भी गुंडा एक्ट लगा है या अन्य मामले दर्ज हैं वो वापस लिए जाएं. पुलिस प्रशासन के द्वारा किसानों की मांग मान ली गई और दिल्ली से आने वाली सड़क को खोल दिया गया.
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद गृह मंत्रालय में बैठक हो रही है, जिसमें कई अधिकारी शामिल हैं. दिल्ली में सुरक्षा के हालात पर ये बैठक हो रही है. इस बीच, किसान लाल किले से वापस सिंघु बॉर्डर की ओर लौटने लगे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से मिले आदेश के बाद किसान वापस सिंघु बॉर्डर लौट रहे हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बयान जारी किया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद, कुछ व्यक्तियों ने मार्ग का उल्लंघन किया और निंदनीय कृत्यों में लिप्त रहे. असामाजिक तत्वों ने घुसपैठ की, लेकिन आंदोलन शांतिपूर्ण रहा. हमने हमेशा कहा कि शांति हमारी ताकत है और हिंसा ऐसे आंदोलन को नुकसान पहुंचाती है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आज के परेड में हिस्सा लेने के लिए हम सभी किसानों का धन्यवाद करते हैं. हम उन घटनाओं की भी निंदा करते हैं जो आज हुई हैं और ऐसे कार्यों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग कर लेते हैं.
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से किसानों को संदेश भेजा गया है. किसानों से वापस सिंघु बॉर्डर लौटने का संदेश दिया गया है.
सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, मुकरबा चौक और नांगलोई में इंटरनेट सेवा बंद को आज रात 12 बजे तक बंद कर दिया गया है.
ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारियों के वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. सिंघु बॉर्डर से निकला किसानों का जत्था रिंग रोड से होते हुए बुराड़ी तक पहुंचा और वहां से वापस लौटने लगा है. इसके अलावा लाल किले से भी आंदोलनकारी वापस लौट रहे हैं. लाल किले के प्राचीर में अभी भी कुछ आंदोलनकारी डटे हैं, जिन्हें पुलिस बाहर निकाल रही है.
सिंघु बॉर्डर से किसानों का एक बड़ा जत्था आउटर रिंग रोड पर पहुंच गया है. यह जत्था लाल किले की ओर कूच कर रहा है. वहीं, लाल किले पर पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम पहुंच गई है और आंदोलनकारियों को भगाया जा रहा है. पुलिस की ओर से हल्के बल का प्रयोग किया जा रहा है.
दिल्ली स्थित लाल किले के प्राचीर पर आंदोलनकारी पहुंच गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने प्राचीर पर अपने संगठन का झंडा फहरा दिया था, जिसे पुलिस ने उतार दिया है. अभी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं, जिन्हें पुलिस समझाने की कोशिश कर रही है.
लाल किले पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने हंगामा शुरू कर दिया है. इसके साथ ही संगठन का झंडा फहरा दिया गया है. यह झंडा वहां फहराया गया है, जहां 15 अगस्त को प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं.
दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के दौरान एक किसान की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि डीडीयू मार्ग पर एक किसान का ट्रैक्टर पलट गया, जिससे ट्रैक्टर चालक की मौके पर मौत हो गई.
दिल्ली के आईटीओ पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव जारी है. हालांकि, पुलिस का दावा है कि अभी स्थिति कंट्रोल में है.
आईटीओ पर बवाल के बीच कई किसान लाल किले पर पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब दो दर्जन ट्रैक्टर में सवार सैकड़ों किसान लाल किला परिसर में पहुंच गए हैं, जहां वो प्रदर्शन कर रहे हैं.
पूर्व और उत्तर पूर्वी दिल्ली से मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सभी सड़कों को पुलिस ने बंद कर दिया है. किसी भी यातायात की अनुमति नहीं दी जा रही है. वहीं, आईटीओ पर पुलिस और किसानों के बीच टकराव जारी है. पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं. किसान अभी भी डटे हैं.
लाल किले और इंडिया गेट की ओर बढ़ रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इसके साथ ही लगातार आंसू गैस के गोले दागे जा रहे है. पुलिस ने फिलहाल किसानों को पीछे खदेड़ा है, लेकिन अभी भी किसान आईटीओ पर डटे हैं. मौके पर गणतंत्र दिवस की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी पहुंच गए हैं. इसके साथ ही किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.
किसानों का एक जत्था आईटीओ पहुंच गया है. किसानों का जत्था लालकिले की ओर से बढ़ रहा है. पुलिस की ओर से किसानों को रोकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन किसान रूकने के लिए तैयार नहीं हैं.
किसानों के ट्रैक्टर परेड के बड़े अपडेट्स-
- गाजीपुर बॉर्डर के पास बेरीकेट्स तोड़े गए
- अक्षरधाम-नोएडा मोड के पास झड़प
- नोएडा-चिल्ला बॉर्डर पर झड़प
- कुछ जगह छिटपुट झड़प की खबरें, किसानों ने कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की
- मुकरबा चौक पर भी थोड़े हालत खराब हुए
- टिकरी बॉर्डर के आगे नांगलोई में भी पुलिस बेरिकेड्स तोड़े गए
- किसानो ने 37 NOC के नियमों का उल्लंघन किया
- कई जगह बल प्रयोग कर रही है पुलिस, आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए
- ITO के पास भी किसान पहुंचे
गाजीपुर बॉर्डर से निकला किसानों का एक जत्था आईटीओ पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि किसानों का यह जत्था लाल किला जाने की कोशिश कर रहा है. गाजीपुर बॉर्डर के किसानों को अक्षरधाम होते हुए अप्सरा बॉर्डर की ओर जाना था.
गाजीपुर बॉर्डर से निकला किसानों का जत्था अब अक्षरधाम को पार करके दिल्ली की ओर बढ़ रहा है. आश्रम के पास दिल्ली पुलिस ने सड़क को ब्लॉक किया है, ट्रक खड़ा किया गया, JVC मशीन लगाई गई है. इस बीच गणतंत्र दिवस समारोह सुरक्षा में तैनात तमाम पुलिसकर्मियों को अलर्ट किया गया है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पहले ही साफ भी कर दिया था कि गणतंत्र दिवस समारोह ड्यूटी में तैनात पुलिस फोर्स को भी एक्स्ट्रा डयूटी के लिए अलर्ट रहना है.
सिंघु बॉर्डर से निकले किसानों का जत्था आउटर रिंग रोड पर पहुंच गया है. किसान आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं. पुलिस ने किसानों को आउटर रिंग रोड पर मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन आज सुबह ही किसान अड़ गए थे और बैरिकेड्स को तोड़ते हुए किसान आउटर रिंग रोड पर पहुंच गए हैं.
टिकरी बॉर्डर से निकला किसानों का जत्था नांगलोई फ्लाईओवर पर रूका हुआ है. किसानों का कहना है कि हम नजफगढ़ की ओर न जाकर धौलाकुआं की ओर जाएंगे.
किसानों का आरोप है कि पुलिस ने तय रूट पर भी बैरिकेड्स लगाए थे, इस वजह से उन्होंने बैरिकेड्स हटाए. अब गणतंत्र दिवस की परेड खत्म हो गई है. पुलिस ने हर जगह से बैरिकेड्स हटा दिए है. किसानों को तय रूट पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की इजाजत दे दी गई है.
सिंघु बॉर्डर से निकले किसानों के जत्थे और पुलिस के बीच भी भिड़ंत हुई है. किसानों का ट्रैक्टर मार्च, मुकरबा चौक से कंझावला जाने वाले था, लेकिन ऐन वक्त पर किसानों ने अपना रूट बदल दिया. वह आउटर रिंग रोड की ओर से बढ़ रहे हैं. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इसके साथ ही कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है.
गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों ने अक्षरधाम में बैरिकेड्स को तोड़ दिया है. किसान अब सराय काले खां की ओर बढ़ रहे हैं.
नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ है. हजारों की तादाद में किसान निजामुद्दीन और अक्षरधाम के तरफ मुड़ गए है. भारी तादात में किसान नोएडा मोड़ पर बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे घुस रहे हैं. पुलिस के साथ टकराव की स्थिति बनी हुई है.
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आजतक से बात करते हुए कहा कि वो गणतंत्र दिवस मनाने आये है, हम शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे है और तय रुट से वापस आ जाएंगे, मेरी सरकार से अपील है कि वह अपनी जिद छोड़ दे और एक छोटी सी मांग मान ले, सब किसान अपने खेतों में चले जाएंगे.
नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच फिर टकराव हुआ है. किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है. किसानों ने बैरिकेड्स को तोड़कर फेंक दिया है. किसानों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण यह भिड़ंत हुई है. अभी भिड़ंत के बाद किसानों को उनके रूट पर जाने के लिए कह दिया गया है.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिए है. इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े है. इसके साथ ही किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है. दरअसल, अक्षरधाम से पहले एनएच 24 पर पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी, लेकिन कुछ किसानों के जत्थे ने ट्रैक्टरों के साथ कुछ बैरिकेडिंग को तोड़कर दिल्ली की तरफ घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. किसानों को वहां से खदेड़ा गया है.
किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हम दिल्ली पुलिस के रूट का नहीं, बल्कि अपने रूट पर मार्च निकालेंगे. हमने दिल्ली पुलिस को 45 मिनट दिए हैं. हमने उन्हें बताया है कि हम बाहरी रिंग रोड पर जाएंगे, अब दिल्ली पुलिस को देखना है.
सिंघु बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड निकल चुकी है. इस परेड में खन्ना के किसान हरमिंदर सिंह द्वारा एक झांकी भी बनाई गई है. इस झांकी में साइकिल पर कैनन को दिखाया गया है. हरमिंदर सिंह का कहना है कि यह हमारा गौरव है और देश की रक्षा के लिए किसान सेना में सेवा देते हैं, इसलिए हमने साइकिल पर युद्ध तोप की प्रतिकृति बनाई.
नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर स्टंट के दौरान हादसा हुआ है. दरअसल, ट्रैक्टर मार्च के दौरान कुछ किसान स्टंट कर रहे थे. ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ा और पलट गया. ट्रैक्टर पलटने से महानगर अध्यक्ष राजीव नागर घायल हो गए. मौके पर मौजूद सैकड़ों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर को सीधा किया और महानगर अध्यक्ष को बाहर निकाला.
सिंघु बॉर्डर से किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू हो गया है. बार-बार दिल्ली पुलिस की ओर से किसानों से नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही रूट के बारे में बताया जा रहा है. किसानों को राजीव गांधी ट्रांसपोर्ट पर रोक दिया गया है.
किसानों की ओर से निकाली जा रही ट्रैक्टर परेड में जेसीबी भी शामिल हुई है. जेसीबी के अंदर बैठकर महिलाएं भी ट्रैक्टर परेड में शामिल हो रही हैं. जेसीबी से किसानो ने रास्ते चौड़े किए और बैरिकेड्स हटाए. संगीत की धुन और देशभक्ति के नारों के साथ किसानो के ट्रैक्टर आगे बढ़ रहे हैं.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डरों में धरना दे रहे किसान आज ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। एक ओर जहां राजपथ पर सेना के जवानों की परेड है वहीं दूसरी ओर दिल्ली की बाहरी सड़कों पर किसानों की ट्रैक्टर परेड है। #TractorRally #RepublicDay #ATPhotoblog (तस्वीरें: यासिर इकबाल) pic.twitter.com/ENLRSFADuY
— AajTak (@aajtak) January 26, 2021
सिंघु बॉर्डर के बाद टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया है.
#WATCH Protesting farmers break police barricading at Delhi-Haryana Tikri border
— ANI (@ANI) January 26, 2021
Farmers are holding tractor rally today in protest against Centre's three Farm Laws#RepublicDay pic.twitter.com/3tI7uKSSRM
सिंघु बॉर्डर से किसानों के एक जत्थे ने ट्रैक्टर मार्च शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि ये सभी किसान किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब से जुड़े हुए हैं. अभी संयुक्त किसान मोर्चा का मार्च शुरू नहीं हुआ है.
Farmers' #RepublicDay tractor rally from Singhu border proceeds towards Kanjhawala Chowk-Auchandi border-KMP-GT road junction pic.twitter.com/MlbLV40iL8
— ANI (@ANI) January 26, 2021
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया है. किसानों की ओर से दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश की जा रही है.
ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए गाजियाबाद पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. इसके मुताबिक, दिल्ली जाने वाले आनंद विहार महाराजपुर सीमापुरी सूर्य नगर लिंक रोड सभी बंद रहेंगे, पूरा बॉर्डर सील रहेगा, जिन लोगों को दिल्ली जाना है, वो सेक्टर 62 होते हुए नोएडा जाए या भोपुरा से होते हुए दिल्ली जाएंगे. बाकी दिल्ली जाने वाले सभी रूट बंद रहेंगे, किसी प्रकार का वाहन नहीं जाने दिया जायेगा.
सिंघु बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च की तैयारियां शुरू हो गई है. किसानों का कहना है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि परेड शांतिपूर्वक हो और कोई अवांछित तत्व रैली में प्रवेश न करे.
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) January 26, 2021
Traffic is very heavy on GTK road, Outer ring road, Badli road, KN Katzu Marg, Madhuban chowk, Kanjhawala road, Palla road, Narela & DSIDC Narela roads. Please avoid these roads.
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) January 26, 2021
Traffic is very heavy on Wazirabad road, ISBT road, GT road, Pushta road, Vikas marg, NH-24, Road no. 57, Noida link road. Please avoid these roads.
देर रात को जैसे ही ट्रैक्टरों का सीमा पर जुटना शुरू हुआ, दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर सुरक्षा को बढ़ा दिया. दौलतपुरा रोड, जीटी करनाल रोड पर दिल्ली पुलिस की ओर से बैरिकेड लगा दिए गए, ताकि बड़ी संख्या में लोग आगे ना आ सकें. गणतंत्र दिवस और ट्रैक्टर रैली होने के कारण आज कई रूट पर मेट्रो बंद रहेगी और जाम की स्थिति बन सकती है.
#WATCH: Delhi police put up barriers on GT Karnal road.#RepublicDay pic.twitter.com/cRPksgDG1Y
— ANI (@ANI) January 25, 2021
#WATCH: Delhi Police carry out barricading of road in Daulatpur area.#RepublicDay pic.twitter.com/NWmFIywzJ1
— ANI (@ANI) January 25, 2021
दिल्ली की इन सीमाओं पर बीती रात से ही ट्रैक्टरों का हुजूम लगना शुरू हो गया है. पंजाब, हरियाणा, यूपी समेत अन्य कई राज्यों से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर कल ही धरना स्थल पर पहुंच गए थे. किसानों की ओर से ट्रैक्टरों को सजाया गया है, खेती से जुड़ी झाकियां निकालने की तैयारी है. किसान संगठनों ने लगातार अपील की है कि कोई भी कानून का उल्लंघन ना करे, शांतिपूर्ण ढंग से ही ट्रैक्टर रैली को निकाले. हर ट्रैक्टर पर आज तिरंगा झंडा भी लहराता हुआ दिखेगा.
किसानों की ओर से पहले दिल्ली की आउटर रिंग रोड पर परेड निकालने की इजाजत मांगी गई, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया. हालांकि, अब किसानों को तीन रूट से दिल्ली में एंट्री मिल पाएगी, जिसके बाद कुछ चिन्हित स्थानों पर वो जा सकेंगे. किसानों की ये ट्रैक्टर रैली कुल 100 किमी. एरिया के अंदर होगी.
सिंघु बॉर्डर – संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर-कांझावाला-बवाना-औचंदी बॉर्डर से वेस्टर्न वेरिफेरल एक्सप्रेस-वे होते हुए सिंघु बॉर्डर पर वापसी
टिकरी बॉर्डर – नांगलोई-नजफगढ़-झरौंदा से केएमपी एक्सप्रेस वे होते हुए टिकरी बॉर्डर पर वापसी
गाजीपुर बॉर्डर – 56 फुटा रोड-अक्षरधाम, आनंद विहार, अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ चुंगी रोड होते हुए दुहाई, केएमपी एक्सप्रेस वे और गाजीपुर बॉर्डर
दो महीने से आंदोलन चला रहे किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने का आह्वान किया. कई बैठकों के बाद दिल्ली पुलिस ने सशर्त किसानों को इसकी मंजूरी दी है. दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक किसानों को तीन रूट से दिल्ली में एंट्री और चिन्हित इलाके में रैली निकालने की इजाजत मिली है. हालांकि, बीती रात से ही दिल्ली की सीमाओं पर ट्रैक्टरों का जुटना शुरू हो गया है. उम्मीद की जा रही है कि हजारों ट्रैक्टर इस रैली का हिस्सा होंगे.