ओडिशा के मयूरभंज जिले के किताबेड़ा गांव में सोमवार रात एक आदिवासी दंपति की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पुलिस का कहना है कि 48 वर्षीय देवेन्द्र नाइक और उनकी 45 वर्षीय पत्नी चंपा नाइक की हत्या गांव के ही एक व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से कर दी. हत्या का कारण तंत्र-मंत्र और जादू-टोने का शक बताया जा रहा है. मामले में जांच की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, गांव में कुछ लोग देवेन्द्र और चंपा पर जादू-टोना करने का शक कर रहे थे. सोमवार रात हमलावर ने मौका पाकर दोनों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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एक आरोपी गिरफ्तार, पुलिस जांच जारी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव में जादू-टोने के शक को लेकर पहले भी विवाद होता रहा था. इस घटना ने एक बार फिर आदिवासी इलाकों में अंधविश्वास के चलते हो रही हत्याओं की समस्या को उजागर किया है.
ओडिशा में बढ़ रही जादू-टोने से जुड़ी घटनाएं
ओडिशा के कई आदिवासी इलाकों में तंत्र-मंत्र के संदेह में हत्याएं और हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं. पुलिस और प्रशासन ऐसे अंधविश्वास को रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं. सरकार भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और निगरानी बढ़ाने पर विचार कर रही है.