की राजधानी अगरतला में नाइट कर्फ्यू के दौरान हो रही शादी को रुकवाने वाले डीएम के सस्पेंशन की मांग उठने लगी है. दरअसल, दो दिन पहले पश्चिम अगरतला के डीएम शैलेश कुमार यादव ये कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर दो मैरिज हॉल को सील कर दिया था. डीएम इतने गुस्से में थे कि भाषा की मर्यादा की सीमा को पार करने लगे. उनके ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. अब बीजेपी ने उनके सस्पेंशन की मांग की है.
डीएम शैलेश यादव की सस्पेंशन की मांग को लेकर बुधवार को बीजेपी विधायक आशीष दास ने अगरतला में गांधी प्रतिमा के नीचे धरना दिया. उनका कहना है कि डीएम ने जो किया है, उसके लिए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. बीजेपी विधायक ने उन्हें तत्काल निलंबित करने की मांग की है.
बीजेपी विधायक आशीष दास का कहना है कि "डीएम के सस्पेंशन को लेकर मैंने सीएम बिप्लब कुमार देव को चिट्ठी लिखी है. मैंने उन्हें डीएम के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 12 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. हम आज यहां बैठे हैं. हम देखते हैं कि सीएम कब तक डीएम को सस्पेंड नहीं करते. जब तक उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना चलता रहेगा."
डीएम के रवैये को लेकर बीजेपी के कई विधायक नाराज हैं. आशीष दास से पहले बीजेपी के 5 और विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी को चिट्ठी लिख डीएम के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. बीजेपी विधायक शुशांता चौधरी का कहना है कि डीएम रात को करीब 11:30 बजे अचानक मैरिज हॉल में घुसे और शादी रुकवा दी. उन्होंने बुजुर्ग पुरोहित को मारा. दूल्हा-दुल्हन के साथ मारपीट की. उनके माता-पिता को गालियां दीं.
हालांकि, विवाद होने पर डीएम ने कहा कि ऐसे वक्त में जब हजारों पुलिसवाले सो नहीं पा रहे हैं, तब इस तरह के लोगों पर शर्म आती है जो कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए शादी कर रहे हैं. उन्हें सरकारी आदेश का उल्लंघन करने और कोरोना फैलाने पर गर्व महसूस होता है.
डीएम ने कहा, "मैं जीबीपी अस्पताल के आईसीयू से लौट रहा था. लेकिन जब मैंने रास्ते में देखा कि शहर में चल क्या रहा है, तो मैं हैरान हो गया. वहां पुलिस की गाड़ी खड़ी थी, उसके बावजूद ये सभी (शादी) चीजें वहां चल रही थीं. ये दिखाता है कि पुलिस इन लोगों से मिली हुई थी. मैंने पश्चिमी अगरतला के पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज के सस्पेंशन की सिफारिश की है. साथ ही मैरिज हॉल पर एक साल का बैन लगा रहा हूं."