केरल के एर्नाकुलम जिले में गुरुवार को पुलिस ने दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो अवैध रूप से भारत में रह रहे थे. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों की पहचान मोनिरुल मुल्ला और अल्ताब अली के रूप में हुई है. दोनों बांग्लादेश के मोहम्मद नगर के निवासी हैं.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही अब तक एर्नाकुलम ग्रामीण जिले से कुल 40 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है, जो भारत में अवैध रूप से रह रहे थे. पुलिस जांच में सामने आया कि ये दोनों 2017 में भारत-बांग्लादेश सीमा पार करके पश्चिम बंगाल पहुंचे थे. वहां से उन्होंने फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवा लिए, जिनकी मदद से उन्होंने मोबाइल सिम, किराए पर मकान और अन्य सुविधाएं प्राप्त कीं.
ये दोनों अंगमाली और आसपास के इलाकों में कई महीनों से अलग-अलग छोटे-मोटे काम कर रहे थे. पुलिस ने बताया कि 'ऑपरेशन क्लीन' नामक अभियान के तहत जिला पुलिस प्रमुख वैभव सक्सेना के निर्देशन में करुकुट्टी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान इन दोनों को पकड़ा गया.
पूछताछ के दौरान इन्होंने कबूल किया कि वो पश्चिम बंगाल में एक एजेंट के माध्यम से बांग्लादेश में अपने परिवार को पैसे भेजते थे. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इन लोगों को भारत में बसाने और दस्तावेज तैयार करवाने में किन लोगों की भूमिका थी.
हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोई स्थानीय व्यक्ति या गिरोह इन्हें भारत में अवैध रूप से बसाने में मदद कर रहा था. पुलिस ने साफ कर दिया है कि अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि अगर उन्हें इस तरह की कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें.