असम के दिमा हसाओ में रेलवे माल ढुलाई सेवाओं में बाधा के कारण फ्यूल संकट के बीच पेट्रोल और डीजल से भरी दो ट्रेनें शनिवार को त्रिपुरा के लिए रवाना हुईं. दीमा हसाओ के जटिंगा इलाके में एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद 26 अप्रैल से इस लाइन पर मालगाड़ी सेवाएं बाधित हैं. हालांकि, यात्री ट्रेन सेवाएं सामान्य रहीं हैं.
नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के प्रवक्ता सब्यसाची डे ने बताया कि आज दो ट्रेनों में पेट्रोल और डीजल आया. तीन-चार दिन पहले, हमने चीनी और खाने के तेल जैसी जरूरी सामान के साथ एक और मालगाड़ी भेजी थी. उन्होंने कहा कि एक ट्रेन में 49 वैगन हैं और वह त्रिपुरा के धर्मनगर जा रही है. सब्यसाची डे ने बताया कि दूसरी ट्रेन में 50 वैगन हैं, जिनमें से 25 धर्मनगर के लिए और 25 असम के सिलचर के लिए थे. डे ने कहा कि पटरियों को ठीक करने का काम चल रहा है.
नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि हम आज दो ट्रेनें भेज सके क्योंकि पिछले दो-तीन दिनों से बारिश नहीं हुई थी. बहाली का काम इस बात पर निर्भर करता है कि मौसम कैसा है. हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने इसके लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि मैं मालगाड़ी सेवा के समस्या को हल करने के लिए उचित कदम उठाने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैश्य के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. मैं मुश्किल समय में NRF अथॉरिटी और वर्कर्स के अथक प्रयासों के लिए भी धन्यवाद देता हूं. त्रिपुरा सरकार ने 30 अप्रैल से दोपहिया, कारों और कमर्शियल व्हीकल के लिए पेट्रोल और डीजल सप्लाई शुरू की.
राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के निदेशक निर्मल अधिकारी ने कहा, 'फ्यूल संकट बना हुआ है. हमें नहीं पता कि मालगाड़ी सेवा पूरी तरह से शुरू करने के लिए ट्रैक कब तैयार होगा.'