उदय कोटक ने कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया है. संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपक गुप्ता 31 दिसंबर तक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की जिम्मेदारी निभाएंगे. बैंक ने कोटक के इस्तीफे की वजह नहीं बताई. बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को यह जानकारी दी.
शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक, 'बैंक की आज हुई बोर्ड बैठक में उदय कोटक के इस्तीफे पर विचार किया गया और वह एक सितंबर 2023 से बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ नहीं रहे. वह अब बैंक के गैर-कार्यकारी निदेशक बन गए हैं.'
अंतरिम व्यवस्था के तहत गुप्ता 31 दिसंबर, 2023 तक प्रबंध निदेशक और सीईओ की भूमिका निभाएंगे. इसके लिए आरबीआई की मंजूरी ली जानी है.
उदय कोटक ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि मैं जाने के क्रम में सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए उत्सुक हूं. मैं अब इस प्रक्रिया को शुरू करता हूं और सीईओ के रूप में स्वेच्छा से पद छोड़ रहा हूं. उन्होंने बैंक के अध्यक्ष और निदेशक मंडल को संबोधित अपना इस्तीफा पत्र भी साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, 'मैंने इस पूरी यात्रा का हिस्सा बनना पसंद किया है. अब आगे बढ़ने का समय आ गया है.'
उन्होंने कहा कि वह इसके 'गैर-कार्यकारी निदेशक और महत्वपूर्ण शेयरधारक' के रूप में काम करना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि बैंक ने उनके उत्तराधिकारी के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और इस पर आरबीआई की मंजूरी का इंतजार है.
निदेशक मंडल को लिखे पत्र में, उदय कोटक ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के अंत तक अपने बेटे की शादी सहित अपनी आगामी पारिवारिक प्रतिबद्धताओं की निकटता पर विचार करने के बाद अपनी जिम्मेदारी सौंपना उचित समझा'.
38 साल पहले बनाए गए कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक के रूप में अपनी यात्रा के बारे में लिखते हुए, उदय कोटक ने कहा कि मैं इस महान संस्थान का संस्थापक, प्रमोटर और महत्वपूर्ण शेयरधारक होने के एकांत स्थान पर खड़ा हूं. इसमें हमारे परिवार का नाम भी है और इसे अपने ब्रांड के रूप में रखता है. जिस संस्थान को हमने मिलकर बनाया है वह उद्देश्य, विश्वास और अखंडता के लिए खड़ा है. मैं इस संस्थान को बनाए रखने और विकसित करने के लिए एक हितधारक के रूप में प्रतिबद्ध हूं.'