भाररतीय राजदूत हर्ष कुमार जैन से हुई मुलाकात में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने महात्मा गांधी को याद किया और उनकी कही बातों को दोहराया है. उन्होंने यूक्रेन और यूक्रेनियंस की चर्चा करते हुए गांधी की कही बात, 'शक्ति भय के अभाव में निहित है न कि शारीरिक क्षमता में,' को दोहराया. जेलेंस्की ने गांधी जी के एक दूसरे कथन को भी दोहराया जिसमें उन्होंने कहा, 'पहले वो तुम्हारी उपेक्षा करेंगे, फिर वो तुमपर हसेंगे, फिर वो तुमसे लड़ेंगे, फिर तुम जीत जाओगे'.
बता दें कि इसी साल रूस के हमले के बाद से भारतीय दूतावास को अस्थाई रूप से वर्सावा में शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन बीते महीने मई से दोबारा यूक्रेन राजधानी कीव से कामकाज शुरू कर दिया गया है. भारतीय दूतावास ने युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने में बड़ी भूमिका निभाई है.
भारत के साथ ही कई दूसरे देशों ने भी अपने अधिकारियों को यूक्रेन लौटने का आदेश दिया है. हाल ही में भारत दौरे पर आए यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा था कि उनका देश भी जल्द ही यूक्रेन की राजधानी कीव में कामकाज शुरू कर देगा.
बता दें कि रूस और यूक्रेन का युद्ध अभी तक खत्म नहीं हो हुआ है. लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन का 72 दिन में कीव जीतने का दावा हवा-हवाई साबित हो गया है. जून में यूक्रेन और रूस युद्ध के 100 दिन पूरे हो गए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति का दावा है कि रूस ने यूक्रेन के 20 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा किया है. युद्ध की सही स्थिति को बताने के लिए काफी है. वहीं, सेवेरोदोनेत्स्क में रूस और यूक्रेन की सेना के बीच भयंकर संघर्ष चल रहा है. रूस यहां आर्टिलरी, रॉकेट और मिसाइल से लगातार हमले कर रहा है.