यूपी पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में शामिल कुख्यात अपराधी और पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम की तलाश में जुटी हुई है. यूपी पुलिस को उसकी लास्ट लोकेशन ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मिली. वहीं जब इस बारे में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अपराधी तो उत्तर प्रदेश में हैं, जहां पुलिस संरक्षण में गोली मार दी गई.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बोलते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि अगर कोई अपराधी यहां छिपा हुआ है और छत्तीसगढ़ पुलिस से सहयोग मांगेंगे तो हम बिलकुल सहयोग करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराधी हैं, जहां पुलिस संरक्षण में पत्रकारों के बीच गोली मार दी गई. इससे बड़ी बात और क्या होगी. कानून-व्यवस्था उत्तरप्रदेश में नहीं है.
दाढ़ी बढ़ाकर पुलिस को चकमा दे रहा गुड्डू
यूपी पुलिस लगातार गुड्डू मुस्लिम और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अपराधियों का पीछा कर रही है. पुलिस को उसकी आखिरी बार लोकेशन ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मिली. गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन ओडिशा के बारगढ़ में मिली. पुलिस ने यहां से राजा नाम के युवक को हिरासत में लिया था. उसने पूछताछ में बताया कि गुड्डू ने पुलिस से बचने के लिए दाढ़ी बढ़ा ली है. गुड्डू झांसी, नाशिक , पुणे और ओडिशा में भी रुका था. इसके बाद वह छत्तीसगढ़ भाग गया.
2 अप्रैल से 13 अप्रैल तक ओडिशा में मौजूद था गुड्डू मुस्लिम
आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक, गुड्डू मुस्लिम 2 अप्रैल से 13 अप्रैल तक ओडिशा में छिपा था. वह ओडिशा से कपड़ों से भरा अपना बैग फेंककर भागा है. वह अकेला ही ओडिशा में ठहरा था. उसके पास पैसे भी नहीं बचे हैं. ऐसे में वह पैसों की जुगाड़ करने में लगा है. ओडिशा के बाद गुड्डू की कोई लोकेशन यूपी पुलिस के पास नहीं है.
जल्द गिरफ्त में होंगे शाइस्ता और गुड्डू- STF चीफ
इससे पहले यूपी पुलिस के एडीजी और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) चीफ अमिताभ यश ने दावा किया है कि उमेश पाल हत्याकांड की फरार महिला आरोपी और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन जल्द ही पुलिस गिरफ्त में होगी. साथ ही शातिर इनामी गुड्डू मुस्लिम भी अब ज्यादा दिन नहीं भाग पाएगा.
24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने उमेश की पत्नी की शिकायत पर अतीक, अशरफ, शाइस्ता, असद समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया था. इस हत्याकांड में 7 शूटर शामिल थे. इनमें से अरबाज, विजय चौधरी, गुलाम और असद एनकाउंटर में ढेर हो गए. जबकि अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अभी बमबाज गुड्डू, शूटर साबिर और अरमान फरार हैं.
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. पुलिस घेरे में इस दोहरे हत्याकांड को अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी ने अंजाम दिया. तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे और जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करना शुरू की, तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान करीब 18 राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से 8 गोली अतीक अहमद को लगीं. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.