बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने 2015 में लालू यादव और उनके बेटे को राजनीतिक जीवन देने का काम किया था. ये लोग वनवास में चले गए थे. इन्हें तो नीतीश कुमार का लॉकेट पहनकर घूमना चाहिए.
दरअसल, तेजस्वी यादव की तरफ से नीतीश के हाथ पैर जोड़ने को लेकर जब गिरिराज सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि तेजस्वी क्या बोल रहे हैं, इसका जवाब तो नीतीश कुमार देंगे या उनके लोग देंगे, लेकिन नीतीश कुमार ने 2015 में लालू यादव और उनके बेटे को राजनीतिक जीवन देने का काम किया था. उनको तो नीतीश कुमार का लॉकेट पहनकर घूमना चाहिए.
गिरिराज यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि माय भी उनका, बाप भी उनका, सत्ता से बाहर नहीं रह सकते. ए टू जेड बोलकर सत्ता में लेते हैं, लेकिन उसका भागीदार सीधे परिवारवाद में आ जाता है. परिवारवाद में ही लालू और तेजस्वी उलझे रहे. एक सदन का नेता बेटा और एक सदन का नेता मां. शायद उनको ए टू जेड में कोई दूसरा नहीं मिला.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ये सारी बातें तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा पर कही हैं. तेजस्वी 20 फरवरी से बिहार के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर रहे हैं, जिसे उन्होंने जन विश्वास यात्रा नाम दिया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, जन विश्वास यात्रा की जगह तेजस्वी यादव को परिवार विश्वास यात्रा निकालनी चाहिए. जो व्यक्ति कभी परिवार से बाहर नहीं निकला हो और हमेशा आरोपों से गिरा रहा हो, वो क्या जन विश्वास यात्रा निकालेंगे.
गिरिराज ने सिर्फ तेजस्वी ही नहीं, बल्कि राहुल गांधी को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा, राहुल गांधी के लिए मुझे बुरा लगता है. वो वही बोलते हैं जो उन्हें लिखकर दिया जाता है. मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं. क्यों न राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने खड़े नहीं हो जाते. राहुल गांधी इंडिया ब्लॉक के सबसे बड़े नेता हैं, तो लड़ें.