एक रियल एस्टेट एजेंट की शिकायत के बाद केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के खिलाफ जबरन वसूली और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. स्टील और हैवी इंडस्ट्री विभाग संभाल रहे कुमारस्वामी के साथ-साथ जेडीएस के पूर्व एमएलसी रमेश गौड़ा पर भी अमृतहल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
शिकायतकर्ता विजय टाटा ने आरोप लगाया कि वह जेडीएस के सोशल मीडिया उपाध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने पार्टी से दूरी बना ली थी, क्योंकि वह अपने रियल एस्टेट कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे. हालांकि, 24 अगस्त को गौड़ा घर आए और अपने फोन से कुमारस्वामी को फोन किया. टाटा ने आरोप लगाया कि मंत्री ने उनसे कहा कि पार्टी को चन्नपटना उपचुनाव के लिए 50 करोड़ रुपये की जरूरत है, क्योंकि पार्टी ने इस बार उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी को मैदान में उतारने का फैसला किया है.
रियल एस्टेट एजेंट ने यह भी दावा किया कि जब उसने पैसे देने में असमर्थता जताई तो कुमारस्वामी ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. विजय टाटा ने पत्र में कहा कि जब यह सब हुआ तो सामने बैठे रमेश गौड़ा ने जोर देकर कहा कि मैं 50 करोड़ रुपये तैयार कर लूं. उन्होंने कहा कि वे एक मंदिर और एक स्कूल बनवा रहे हैं और इसके लिए 5 करोड़ रुपये मांगे. उन्होंने चेतावनी दी, अगर आप यह पैसा नहीं देंगे, तो आपको समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.
पार्टी ने आरोप झूठा बताया
जद (एस) के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चंदन एचएस ने एचडी कुमारस्वामी और रमेश गौड़ा के खिलाफ आरोपों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया. एक पत्र में चंदन ने कहा कि विजय टाटा जद (एस) सोशल मीडिया प्रकोष्ठ में किसी पद पर नहीं हैं और प्रचार के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी टाटा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी.
इस आरोप पर जवाब देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'क्या यह चर्चा का विषय है? क्या मुझे इन सबका जवाब देना चाहिए? क्या मुझे सड़क पर मौजूद हर दूसरे कु...का जवाब देना चाहिए?'