संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत ने आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे बच्चों का मुद्दा उठाया है. यूएनएससी में भारत के स्थायी उप-प्रतिनिधि के नागराज नायडू ने कहा कि बीते कुछ समय से वैश्विक आतंकवाद में एक नया ट्रेंड उभरकर सामने आया है. ऐसा देखा जा रहा है कि आतंकी गतिविधियों के लिए इन संगठनों में बच्चों की भर्ती की संख्या में इजाफा हुआ है. बच्चे तेजी से आतंकी संगठनों में शामिल होते जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आतंकियों के लिए बच्चे आसान शिकार हैं. आतंकी बच्चों को आसानी से राह भटकाते हैं. वे इनका इस्तेमाल आतंंकी गतिविधियों के साथ-साथ अपनी सुरक्षा के लिए भी करते हैं.
नागराज ने कहा कि भारत चाहता है कि ऐसी घटनाओं पर काबू पाया जाए. बच्चों को आतंकी संगठनों में शामिल होने से रोका जाए. बच्चों की सही दिशा मिले. उनके सुधार और बचाव के लिए काम करने की जरूरत है. ऐसे आतंकी संगठनों की पहचान कर उनपर कार्रवाई की जानी चाहिए.
बता दें कि एक जनवरी 2021 से दो साल के लिए भारत यूएनएसी का अस्थाई सदस्य है. यूएनएनसी में शामिल होने को लेकर भारत की तरफ से कहा गया था कि वो आतंकवाद के मसले पर बोलने से गुरेज नहीं करेगा. यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा था कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. यहां विश्व की आबादी का 1/6 हिस्सा बसता है. भारत वैश्विक शांति और मानवता के लिए प्रतिबद्ध है और इस कड़ी में हर संभव कदम भारत की तरफ से उठाए जाएंगे.