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हलाल सर्टिफिकेट वालों की 'दुकान' UP में क्यों बंद हो गई?

UP सरकार ने क्यों बैन किया हलाल सर्टिफिकेशन, विधानसभा चुनावों में किसको चुनना चाहती कोटा की जनता, वर्ल्ड कप की रिकॉर्ड ब्रेकिंग व्यूवरशिप का किसको कितना फायदा, हूती विद्रोहियों के जहाज़ हाइजैक से कैसे प्रभावित होगी शिपिंग लाइन, सुनिए 'दिन भर' में.

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बीते हफ्ते के आखिर दिन उत्तर प्रदेश से आई एक खबर ने थोड़ी हलचल कई सेक्टर्स में मचा दी. खबर थी- योगी सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट से जुड़े फूड प्रोडक्ट्स पर बैन लगा दिया. इस बैन के बाद राज्य में हलाल प्रोडक्टस के प्रोडक्शन, स्टोरेज, डिस्ट्रिब्यूशन और बिक्री सब बंद है. हालांकि यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्टस को इस बैन के दायरे से बाहर रखा गया. उत्तर प्रदेश की फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानि FSDA की आयुक्त और अपर मुख्य सचिव अनीता सिंह ने ये सूचना जारी की. अनीता सिंह ने कहा कि पहले, हलाल सर्टिफिकेशन  सिर्फ मांस वाले उत्पादों तक ही सीमित था. लेकिन आज तेल, चीनी, टूथपेस्ट और मसालों जैसे सभी तरह के उत्पादों को हलाल प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है. लेकिन हलाल सर्टिफाइड चीजें क्या होती है? ये सर्टिफिकेशन कौन और कैसे देता है? सुनिए 'दिन भर' में. 

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पूरे देश में राजस्थान का कोटा किन वजहों से प्रसिद्ध है ये बताने की भी जरूरत नहीं. आईआईटी से लेकर नीट तक की तैयारी के लिए लगभग 90 परसेंट बच्चे यहीं से गुजरते हैं. इस के चलते कोटा और यहां के समीकरण बाकी ज़िलों से ज़रा हट के हैं. राजस्थान में वोटिंग बस पांच दिन बाद होनी है... तो कोटा को अपने विधानसभा प्रतिनिधि चुनते हुए बहुत कुछ सोचना विचारना पड़ता है. चूंकि कोटा प्रवासियों का शहर तो है मगर गांवों में आबादी भी ठीकठाक है तो हमने देहात को समझने की एक कोशिश की. The Lallantop में हमारे सहयोगी अभिनव पाण्डेय पहुंचे हैं कोटा के एक गाँव में. वहाँ के लोगों से उन्होंने बातचीत की, सुनिए 'दिन भर' में. 
 
देश की बड़ी खबरों के बाद अब रुख करते हैं इंटरनेशनल खबर का. इज़रायल और हमास के बीच जंग शुरु 40 दिन से ऊपर का वक्त बीत चुका है. अल-शिफा अस्पताल के बाद अब इजराइली सेना ने गाजा में एक और अस्पताल को चारों तरफ से टैंक लेकर घेर लिया..लेकिन इस बीच एक और घटना हुई. इज़रायल से खफा हूती विद्रोहियों ने तुर्किए से भारत आ रहे जहाज को हाईजैक कर लिया. रेड सी से बंधक बनाए गए 620 फीट के कार्गो शिप का नाम गैलेक्सी लीडर है. इजराइल डिफेंस फोर्सेज के मुताबिक ये जहाज एक ब्रिटिश कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है. इजरायल के कारोबारी अब्राहम उंगर इसके आंशिक हिस्सेदार हैं. और फिलहाल ये एक जापानी कंपनी को लीज पर दिया गया था. जहाज़ में 25 क्रू मेंबर मौजूद हैं. हुती विद्रोही इस शिप को हाईजैक करने के बाद उसे यमन के एक बंदरगाह पर ले गए . काफी पहले हूती समूह ने इजरायली जहाजों पर हमले की चेतावनी भी दी थी. हूती विद्रोहियों के एक स्पोकपर्सन ने कहा था कि इजरायल की तरफ से चलने वाले सभी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा. इजरायली विदेश मंत्रालय के मुताबिक जहाज पर यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मेक्सिको के नागरिक सवार हैं. वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसे आतंकी घटना बताते हुए इसके पीछे ईरान का हाथ बताया. इस घटना को समझने के लिए ये जानना सबसे जरूरी है कि हुती विद्रोही कौन हैं? ये कौन से इलाके से संबंध रखते है और इनका मकसद क्या है? सुनिए 'दिन भर' में.

 अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में कल हुआ क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल भारतीय फैंस को अगली कुछ रातों तक शायद चैन से सोने न दे. आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप का ये मैच डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रहा था. और व्यूरशिप के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए कल मैच से 5 करोड़ 90 लाख दर्शक जुड़े हुए थे.इससे पहले वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच में विराट कोहली की 50th सेन्चुरी बनने पर प्लेटफॉर्म की व्यूरशिप 4 करोड़ 60 लाख थी. डिज़्नी प्लस हॉटस्टार के हेड Sajith Sivanandan ने दोनों टीम्स को बधाई देते हुए दर्शकों को शुक्रिया अदा किया. इस व्यूरशिप का डिज़्नी प्लस हॉटस्टार को कितना फायदा होगा, सुनिए 'दिन भर' में. 

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