समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव पर सीएम योगी के बयान के बाद अब डिंपल यादव ने मुख्यमंत्री पर पलटवार किया है. डिंपल यादव ने कहा,'हम नहीं सरकार सनातन के खिलाफ है. करोड़ों की संख्या में लोग भक्ति की वजह से कुंभ गए हैं, लेकिन हालत देखिए. सरकार को देखना चाहिए क्या करना है. सब को दिख रहा है क्या हो रहा है, पूरा सोशल मीडिया जागरुक है. कुछ छुपा नहीं है.
डिंपल यादव का यह बयान सीएम योगी की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. सीएम योगी ने कहा था,'ये नकारात्मकता फैलाने वाले वही लोग हैं, जिन्होंने जीवन भर सरकार का VVIP ट्रीटमेंट लिया है. ये भारत और सनातन धर्म के विरोध में अपने आप को सदैव खड़ा करते हैं, दुष्प्रचार करते हैं.'
दरअसल, अखिलेश यादव ने महाकुंभ के ट्रैफिक जाम को लेकर सीएम योगी पर निशाना साधा था. सपा चीफ ने कहा था,'सरकार को वह सब इंतजाम करने चाहिए थे, जिसके न होने के कारण आज जनता को तकलीफ हो रही है. आज कोई चीज ऐसी नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम है. 40 करोड़ लोग आ रहे हैं.'
सपा चीफ का सवाल- क्या कर रहे हैं अधिकारी
अखिलेश ने आगे कहा,'लोग गाड़ियों में हैं, बसों में हैं, जाम में हैं. व्यवस्थाएं, जो बनानी चाहिए थी. वह व्यवस्था इस सरकार ने बिगाड़ दी. मुख्यमंत्री ने खुद बिगाड़ी है, क्योंकि मुख्यमंत्री खुद इंजीनियर बन जाते हैं. मुख्यमंत्री खुद पुलिस अफसर बन जाते हैं. खुद डॉक्टर बन जाते हैं. खुद ट्रैफिक ऑफिसर बन जाते हैं. जब जिम्मेदार अधिकारियों को मौका नहीं देंगे तो यही परिस्थितियां होंगी. आज उत्तर प्रदेश में ना IAS की कमी है ना IPS की कमी है, ना अच्छे अधिकारियों की कमी है. आखिर वह अधिकारी कर क्या रहे हैं?'
'खोने वालों की सूची तक नहीं सामने आई'
सपा चीफ ने कहा था,'आज तक खोने वालों की सूची, मरने वालों की सूची, रास्ते में जो लोग मारे गए उनकी सूची जारी नहीं की गई. ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ड्रोन का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा? वहां ना पानी है, ना खाना है ना सुविधा दे पा रहे हैं. अब तो सुनने में आ रहा है कि डीजल पेट्रोल खत्म हो रहा है. यह तो आने वालों की तकलीफ है.'
घर से बाहर नहीं निकल रहे लोग: अखिलेश
अभी तो प्रयागराज में जो लोग हैं, उनकी तकलीफ पता ही नहीं है. लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. हमने कई तरह के कार्यक्रम देखे हैं, लेकिन प्रयागराज के लोग पहली बार ऐसे कार्यक्रम में हाउस अरेस्ट हो रहे हैं. यह सरकार अपने आप को चमका रही है. यह सरकार खुद को चमकाने के चक्कर में सबको डूबाना चाहती है.