उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में बाहुबली विधायक राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को एक भार फिर हाउस अरेस्ट किया गया है. हर बार की तरह इस बार भी राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया है. बता दें कि मोहर्रम के मौके पर राजा भैया के पिता के विरोध की वजह से उन्हें हाउस अरेस्ट किया जाता है. मुहर्रम के त्यौहार को सकुशल सम्पन्न करवाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने तीन दिनों के लिए भदरी महल में उनको हाउस अरेस्ट किया है.
मुहर्रम के मौके पर करते रहे हैं विरोध
उदय प्रताप सिंह मुहर्रम के दसवें के दिन कुंडा के प्रयागराज-लखनऊ हाइवे के शेषपुर गांव में सड़क जाम करने की कोशिश करते रहे हैं. इस वजह से प्रशासन को भारी पुलिस बल लगाकर मुहर्रम का जुलूस निकलवाना पड़ता है. कानून व्यवस्था ना बिगड़े, इसके लिए एहतियात के तौर पर उदय प्रताप सिंह को नजरबंद किया गया है.
बता दें कि राजा भैया के पिता को इससे पहले भी मुहर्रम जैसे संवेदनशील मौकों पर हाउस अरेस्ट किया जा चुका है क्योंकि वो विरोध करते हैं.
हर साल मोहर्रम के दौरान होता है भंडारे का ऐलान
राजा उदय प्रताप सिंह ने मुहर्रम के दिन शेखपुर गांव में ताजिया के रास्ते में आने वाली हनुमान मंदिर पर भंडारे का ऐलान किया है. वो दशकों पहले मोहर्रम पर ताजिया जुलूस के दौरान बंदर की मौत की बरसी पर भंडारे का आयोजन करने का ऐलान करते हैं.
दरअसल, कई साल पहले के मुहर्रम के दिन गोली लगने से एक बंदर की मौत हो गई थी. हर साल की तरह बंदर की बरसी मनाने की तैयारी उदय प्रताप सिंह की ओर से की जा रही थी और प्रशासन अलर्ट मोड आ गया. दो साल पहले ही शेखपुर के बाहर हाइवे पर ताजिया के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक गेट लगा दिया था, जिसे हटाने के लिए उदय प्रताप दो दिन के लिए तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए थे. इसीलिए प्रतापगढ़ प्रशासन इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है. भदरी गेट पर बड़ी संख्या में फोर्स लगाई गई है और मुहर्रम के त्योहार तक राजा भैया के पिता को नजर बंद किया गया है.
कुंडा के बाहुबली विधायक राजा भैया के पिता विश्व हिंदू परिषद के बड़े नेता हैं. वो कट्टर हिंदू विचारधारा के माने जाते हैं. राजा भैया अपनी राजनीति में रसूख रखते हैं. वहीं, उनके पिता अपनी विचारधारा से लोगों को प्रभावित करते हैं.
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पहले भी चर्चा में रहे हैं उदय प्रताप सिंह
राजा भैया और उनके पिता के बीच विरोधाभास जैसी चीजें भी सामने आ चुकी हैं. पिछले साल अक्टूबर में राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के बीच विवाद मामले पर भी उदय प्रताप सिंह ने बयान दिया था. भानवी सिंह से विवाद के बीच उदय प्रताप सिंह ने एक ट्वीट (एक्स) कर राजा भैया पर तंज भी कसा था. उन्होंने दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव को राजा भैया का आदर्श बताते हुए लिखा था- 'रघुराज भदरी अपने आदर्श... मुलायम से कम नहीं हैं.' इसके बाद उनके इस ट्वीट के तरह-तरह के मायने निकाले गए.
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क्या राजा भैया से नाराज चल रहे हैं पिता?
कुछ लोगों ने उदय प्रताप सिंह के ट्वीट का मतलब राजा भैया के उस फैसले से जोड़कर देखा, जिसमें उन्होंने दिल्ली के साकेत फैमली कोर्ट में अपनी पत्नी भानवी सिंह को तलाक की अर्जी डाल रखी थी. बताया गया कि राजा भैया के इस फैसले से उनके पिता उदय प्रताप नाखुश थे और भदरी राजघराने में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था.
राजा भैया और उनकी पत्नी के बीच विवाद कब खुलकर सामने आया?
मालूम हो कि साल 1995 में राजा भैया और भानवी सिंह शादी के बंधन में बंधे थे. दोनों के 4 बच्चे भी हैं. दो बेटियां और दो बेटे. पति-पत्नी के बीच विवाद तब खुलकर सामने आया, जब राजा भैया के कजिन अक्षय प्रताप सिंह पर भानवी सिंह ने गंभीर आरोप लगाए थे.
भावनी ने कहा था कि अक्षय उनकी कंपनी में गलत इरादे से काम कर रहे हैं, वो कंपनी की चल-अचल संपत्ति पर अपना अधिकार जमाकर उन्हें बेचना चाह रहे हैं. भानवी ने अक्षय के खिलाफ दिल्ली की अपराध शाखा में केस दर्ज करवाया था.
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