कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में मंगलवार को एक बार फिर ईडी की पूछताछ होनी है. इससे पहले सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाया.
साथ ही शक्तिसिंह गोहिल ने गुजरात दंगों के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से हुई पूछताछ को लेकर भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि सच यह है कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था, जिसने मोदी को तलब किया था. इसमें यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की कोई भूमिका नहीं थी.
गुमराह कर रही बीजेपी-कांग्रेस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शक्तिसिंह गोहिल ने आगे कहा कि बीजेपी और उसके समर्थक यह दावा करके भारत के लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 2002 के गुजरात दंगों की जांच कर रही एसआईटी के सामने बिना शोर-शराबा किए पेश हुए थे. सच्चाई यह है कि बीजेपी ने पूरे राज्य में कांग्रेस पार्टी, यूपीए सरकार और गुजरात की तत्कालीन राज्यपाल का विरोध किया था और नारे लिखे थे.
उन्होंने कहा कि गुजरात की तत्कालीन राज्यपाल कमला बेनीवाल के खिलाफ भी दुष्प्रचार किया गया था. जबकि बेनीवाल ने एक युवा महिला के रूप में स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था और गांधीवादी विचारों से ताल्लुक रखती थीं.
गोहिल ने कहा- यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि यूपीए सरकार ने कभी भी मोदीजी या अमित शाह को अपनी एजेंसियों या सरकार द्वारा गठित किसी एसआईटी के जरिए तलब नहीं किया था. बल्कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने SIT का गठन किया था, जिसने मोदी को तलब किया था.
सोनिया से पूछताछ के विरोध में उतरेगी कांग्रेस
सोनिया गांधी को दूसरी बार मंगलवार को ईडी के सामने पेश होना है. कांग्रेस इसके खिलाफ फिर सड़कों पर उतरने की तैयारी में है. शक्तिसिंह गोहिल ने बताया कि दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शांतिपूर्ण धरना देंगे और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सोनिया गांधी को तलब करने के विरोध में राजघाट जाएंगे. उन्होंने कहा- 'सभी सांसद, सीडब्ल्यूसी सदस्य और नेता राजघाट पर धरना देंगे. वहां शांतिपूर्ण धरना होगा. हम सत्याग्रह करेंगे.
गोहिल ने कहा कि पुलिस ने राजघाट में निर्धारित स्थान पर नहीं बल्कि परिसर के अंदर धरना देने की अनुमति दी थी और यह भी कहा है कि मीडिया को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
बता दें कि कांग्रेस के लोकसभा सांसद मंगलवार सुबह पार्टी कार्यालय में बैठक करेंगे. इसके बाद संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के कांग्रेस सांसदों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार सुबह संसद के दोनों सदनों में प्रमुख विपक्षी दल के सांसद नियम 267 के तहत स्थगन प्रस्ताव नोटिस भी पेश करेंगे. कांग्रेस सांसद चर्चा की मांग करेंगे.
(सुप्रिया भारद्वाज के इनपुट के साथ)