पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी और अग्निमित्रा पॉल सहित 6 भाजपा विधायकों को 'असंसदीय आचरण' के आरोप में सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा के शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी विधायक विधानसभा में संदेशखाली मुद्दे को लेकर तृणमूल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 'सभी बीजेपी विधायकों को राज्य विधानसभा के नियम 348 के तहत निलंबित किया गया है'.
निलंबित बीजेपी विधायकों के खिलाफ पश्चिम बंगाल के संसदीय कार्य मंत्री शोवन देव चट्टोपाध्याय द्वारा प्रस्ताव पेश किया गया. स्पीकर ने प्रस्ताव को सदन के पटल रखा, जो पास हो गया. इसके बाद सुवेंदु अधिकारी, अग्निमित्रा पॉल, मिहिर गोस्वामी, बंकिम घोष, तापसी मंडल और शंकर घोष को मौजूदा विधानसभा सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित कर दिया गया. प्रश्नकाल के दौरान, भाजपा सांसदों ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में चल रही अशांति के कारण टीएमसी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. संदेशखाली का मुद्दा राज्य में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विवाद में बदल गया है.
संदेशखाली मुद्दे पर भाजपा ने सदन में किया विरोध प्रदर्शन
बीजेपी विधायकों ने सदन के पटल पर बैठकर और नारे लगाकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया. अपने विधायकों के निलंबन के बाद, भाजपा ने सत्तारूढ़ टीएमसी पर विधानसभा सत्र के दौरान संदेशखाली मुद्दा उठाने के लिए उन्हें दंडित करने का आरोप लगाया. विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने जोर देकर कहा कि भाजपा महिलाओं के सम्मान और अधिकारों की वकालत करती रहेगी.
सुवेंदु अधिकारी सहित अन्य भाजपा विधायकों के निलंबन पर संसदीय कार्य मंत्री शोवन देव चट्टोपाध्याय ने कहा, 'स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी विधायकों से कहा कि आप ऐसी टी-शर्ट नहीं पहन सकते, जिस पर राजनीतिक नारे लिखे हों. उन्होंने नहीं सुनी. वे राजनीतिक नारे लगाने लगे और सदन के अंदर कागजात फाड़ने लगे. बीजेपी विधायक वेल में बैठ गए. विधानसभा के अंदर ऐसी गतिविधियों की अनुमति नहीं है'.
टीएमसी नेता शेख शाहजहां के खिलाफ सड़क पर महिलाएं
संदेशखाली में हाल के दिनों में स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां के विरोध में बड़ी संख्या में महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है. महिलाओं ने शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर जबरन अपनी जमीनें हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. संदेशखाली के दो ब्लॉकों की 16 पंचायतों में धारा 144 लागू कर दी गई है. सामान्य स्थिति बहाल होने तक उस क्षेत्र में इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है.