एक अनुभवी भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर राहुल गुप्ता को अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति के निदेशक की ज़िम्मेदारी सौंपी है. डॉ. राहुल, व्हाइट हाउस ऑफ़िस ऑफ़ नेशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी (ONDCP) का नेतृत्व करने वाले पहले डॉक्टर बन गए हैं.
व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करते हुए डॉ राहुल गुप्ता को राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति के कार्यालय के निदेशक के रूप में काम करने की पुष्टि की है.
लगन से करेंगे काम
इस नियुक्ति पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए डॉ गुप्ता ने कहा- “एक अभ्यास करने वाले चिकित्सक और पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में, मैंने ग्रामीण समुदायों में काम किया है. मैंने पहली बार समाज में नशे की लत और दिल दहला देने वाले ओवरडोज़ के मामलों को देखा है, लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि हम आंकड़ों से अलग अगर लोगों को समझें और उनसे मिलें, तो हम जिंदगियां बचा सकते हैं”.
उन्होंने कहा कि वह समुदायों को स्वस्थ बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए लगन से काम करेंगे.
कई महत्वपूर्ण पदों पर किया है काम
उन्होंने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी और अंतरिम मुख्य विज्ञान अधिकारी के रूप में काम किया. साथ ही, वह मार्च ऑफ डाइम्स में वरिष्ठ उपाध्यक्ष को तौर पर भी काम कर चुके हैं, जो एक अमेरिकी गैर-लाभकारी संगठन है और माओं व शिशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए काम करता है.
डॉ. राहुल जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिसिन विभाग में क्लिनिकल प्रोफेसर रह चुके हैं. साथ ही, वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में स्वास्थ्य नीति, प्रबंधन और नेतृत्व विभाग में सहायक प्रोफेसर रह चुके हैं. उन्होंने हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में विज़िटिंग फैकल्टी के तौर पर भी काम किया है.
दिल्ली युनिवर्सिटी से की है पढाई
एक भारतीय राजनयिक के बेटे राहुल का जन्म भारत में हुआ था और वे वाशिंगटन डीसी में पले-बढ़े. 21 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से मेडिकल स्कूल की पढ़ाई की. उन्होंने अलबामा-बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से पब्लिक हेल्थ में मास्टर डिग्री और लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस एंड फाइनेंस से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की ग्लोबल मास्टर डिग्री हासिल की.