उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के चार बागी नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. उन्होंने राज्यसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के खिलाफ वोटिंग की थी, जिससे बीजेपी के उम्मीदवार को जीत मिली. अब निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी मांग की है कि उनकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि परसो ही उनकी सुरक्षा में चूक हुई है.
संजय निषाद ने बताया कि उन्हें पहले से ही वाई कैटगरी की सुरक्षा मिली हुई है लेकिन सुरक्षा चूक को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाने की मांग रखी है. उन्होंने बताया, "मैं जब भी मुख्यमंत्री से मिलता हूं या केंद्र सरकार से मिलता हूं तो हमेशा इसकी मांग रखता हूं." उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी को वो सभी 11 सीटें मिली थी जो बाहुबलियों का क्षेत्र माना जाता है. उन्होंने कहा, 'एक तरह से मेरी दुश्मनी बहुत बढ़ गई है.'
यह भी पढ़ें: 'BSP से प्रत्याशी तय करा दिए हैं, सपा की गले की फांस बना दिए हैं', घोसी सीट को लेकर राजभर का बड़ा दावा
'बाकियों के मुकाबले मेरी सुरक्षा बढ़े'
संजय निषाद ने कहा कि अन्य लोगों की अपेक्षा हमारी सुरक्षा ज्यादा बढ़नी चाहिए. सरकार का काम है. हमारी वाई कैटगरी है लेकिन हमारी सुरक्षा सेंट्रल एजेंसी वाली होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं दिल्ली जाता हूं या बाहर जाता हूं तो हमारी सिक्योरिटी शून्य हो जाती है. यह तो गलत है."
लोकसभा में एनडीए से सीटों की उम्मीद
संजय निषाद ने कहा, "सीएम से मिलने का समय मांगा है. पहले भी कई बार बोल चुका हूं. अब इंतजार कर रहा हूं कि आखिर कब मिलेगी. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि एनडीए हमें लोकसभा चुनाव में सीट देगी. हमने अपनी बात अमित शाह के सामने रखी है. हमारी पार्टी ने हारी हुई सीटें बीजेपी को जिताई हैं. निषाद पार्टी को मैं आश्वस्त करता आया हूं कि अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे.
यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh: सपा नेता अभय सिंह को मिली Y श्रेणी की सुरक्षा, राज्यसभा चुनाव में BJP के पक्ष में की थी क्रॉस वोटिंग
सपा के बागियों को मिली वाई कैटगरी सुरक्षा
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले सपा विधायकों को वाई कैटगरी सुरक्षा दी गई है. वाई सुरक्षा कवर पाने वालों में ऊंचाहार (रायबरेली) के विधायक मनोज पांडे, कालपी (जालौन) के विधायक विनोद चतुर्वेदी, गौरीगंज (अमेठी) के विधायक राकेश प्रताप सिंह और गोशाईगंज (अयोध्या) के विधायक अभय सिंह शामिल हैं.