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अपहरण की कोशिश, धमकी भरे पोस्टर और पलायन...जानिए उत्तरकाशी के पुरोला में लव जिहाद पर क्यों मचा है बवाल?

उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 26 मई को एक मुस्लिम समेत दो युवकों ने एक स्थानीय हिंदू दुकानदार की नाबालिग बेटी के अपहरण की कथित तौर पर कोशिश की थी.  इसके बाद से इसके बाद पुरोला समेत आसपास के इलाकों में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ पुरोला में प्रदर्शन शुरू हो गए.

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उत्तरकाशी के पुरोला में लव जिहाद पर बवाल
उत्तरकाशी के पुरोला में लव जिहाद पर बवाल

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में छोटा सा कस्बा है पुरोला. यहां नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में बवाल मचा है. हिंदू संगठन पुरोला में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे ही प्रदर्शन बड़कोट, चिन्यालीसौड़ और भटवारी में हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पोस्टर लगाए हैं, इन पोस्टरों में दुकान खाली करने की धमकी दी गई है. कुछ मुस्लिम दुकानदारों के पलायन की भी खबर है. हालांकि, पुलिस ने दुकानदारों के उत्तरकाशी छोड़ने की खबरों का खंडन किया है. इतना ही नहीं पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है?

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दरअसल,  उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 26 मई को एक मुस्लिम समेत दो युवकों ने एक स्थानीय हिंदू दुकानदार की नाबालिग बेटी के अपहरण की कथित तौर पर कोशिश की थी.  हालांकि, कुछ स्थानीय युवकों ने नाबालिग को बचा लिया. इसके बाद पुरोला समेत आसपास के इलाकों में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ पुरोला में प्रदर्शन शुरू हो गए. पुरोला के अलावा बड़कोट, चिन्यालीसौड़ और भटवारी में भी ऐसे ही विरोध प्रदर्शन हुए. 

पुरोला में लगाए गए पोस्टर 

पुरोला में विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पोस्टर भी लगाए गए. इन पोस्टरों में लिखा था, 'लव जिहादियों को सूचित किया जाता है, 15 जून 2023 को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें, अगर ऐसा नहीं किया जाता तो वह वक्त पर निर्भर करेगा...' ये पोस्टर देवभूमि रक्षा अभियान के तहत लगाए गए हैं. 

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बताया जा रहा है कि हिंदू संगठनों के विरोध के चलते पुरोला में अब तक तीन मुस्लिम व्यापारियों ने शहर छोड़ दिया है. हालांकि, पुलिस द्वारा शांति बैठको के द्वारा दोनों समुदाय के बीच गतिरोध दूर करने का प्रयास किया जा रहा है, और शांति व्यवस्था के लिए पुरोला में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.  

पुलिस का क्या है कहना?

ADG लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेसन ने कहा, हाल ही में उत्तरकाशी, विकास नगर समेत अन्य क्षेत्रों में अंतर-समुदाय के लोगों के पलायन करने की घटनाएं हुई हैं, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं. इसमें FIR दर्ज की गई हैं. शांति स्थापित करने के लिए पुलिस अपना कर्तव्य सर्वोपरि निभा रही है. जो भी कानून तोड़ेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जांच जारी है. 
 

डिप्टी एस पी सुरेंद्र सिंह भंडारी ने आजतक से बातचीत में इस बात का खंडन किया है कि पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों द्वारा अपना कारोबार बंद किया. उन्होंने कहा कि बड़कोट में मुस्लिम व्यापारियों की दुकानें खुली है. साथ ही अगर पुरोला में किसी व्यापारी द्वारा दुकानें खाली करने की बात सामने आई है, तो उन्होंने स्वेच्छा से दुकानें छोड़ी होंगी. कुल मिलाकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.

वहीं, पुरोला में दुकान खाली कर रही एक मुस्लिम महिला से आजतक से बातचीत में कहा कि उसका घर देहरादून में है. ऐसे में उन्होंने स्वेच्छा से पुरोला की दुकान खाली की है. अब वे देहरादून में दुकान खोलेंगी. 

 

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महापंचायतों का दौर शुरू

जहां लव जिहाद के बढ़ते मामलों के विरोध में पुरोला में महापंचायत बुलाई गई है. माना जा रहा है कि उत्तराखंड के अन्य जिलों से भी बड़ी तादाद में लोग इसमें हिस्सा लेंगे. तो वहीं देहरादून में 18 जून को मुस्लिम महापंचायत होने की संभावना है. 

लव जिहाद पर कड़ी कार्रवाई करें- पुष्कर सिंह धामी

उत्तराखंड में पिछले तीन महीने में लव जिहाद के 46 केस सामने आए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबालिग हिंदू लड़कियों के कथित अपहरण और अंतर-धार्मिक शादियों को साजिश बताते हुए पुलिस अधिकारियों से लव जिहाद के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने कहा, उत्तराखंड में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहते हैं, लेकिन राज्य में लव जिहाद जैसी चीजों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एक साजिश के तहत इस तरह के अपराध किए जा रहे हैं. लेकिन अब लोग इस तरह के अपराध के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य में हाल ही में सामने आई 'लव जिहाद' की घटनाओं के संबंध में उठाए गए कदमों पर फीडबैक लेने के लिए यहां पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. सीएम धामी ने कहा, "लव जिहाद को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. यही कारण है कि पिछले दो या तीन महीनों में इस तरह की घटनाएं अधिक सामने आई हैं. इसका एक कारण धर्मांतरण विरोधी कानून है. 

 

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