तमिलनाडु (Tamil Nadu) के तिरुपुर में स्कूल बस के ड्राइवर को रास्ते में हार्ट अटैक (heart attack) आ गया. ड्राइवर का नाम सेमलैयप्पन है, जिनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई. जब उन्हें हार्ट अटैक आया तो गिरने से पहले ही चलती बस को धीमा कर दिया और सड़क के किनारे सुरक्षित रोक दिया. इससे बस में सवार 20 छात्रों की जान बच गई. ड्राइवर की इस बहादुरी को लेकर मुख्यमंत्री स्टालिन ने तारीफ की है.
जानकारी के अनुसार, यह घटना बुधवार शाम की है. 49 वर्षीय सेमलैयप्पन नाम के ड्राइवर वेल्लाकोइल के एक प्राइवेट स्कूल से छात्रों को घर छोड़ने जा रहे थे. रास्ते में ड्राइवर के सीने में अचानक दर्द होने लगा. इस दौरान सेमलैयप्पन ने बमुश्किल वैन को सड़क किनारे सुरक्षित रोक दिया.
यह भी पढ़ें: दिल्ली एयरपोर्ट पर बुजुर्ग को आया था हार्ट अटैक, CPR देकर जान बचाने वाली डॉक्टर ने बताई पूरी घटना
सेमलैयप्पन की पत्नी उसी स्कूल में हेल्पर के तौर पर काम करती थीं. जब सेमलैयप्पन को हार्ट अटैक आया, उस दौरान उनकी पत्नी भी वैन में मौजूद थीं. बस को रोकने के बाद जब सीट पर सेमलैयप्पन बेहोश हो गए तो उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. ड्राइविंग सीट पर बैठे सेमलैयप्पन की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें स्कूली बच्चे ड्राइवर को देख रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल हो रही है.
ड्राइवर सेमलैयप्पन की बहादुरी की सराहना हो रही है. तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन सहित कई लोगों ने उनकी तारीफ की. सीएम एमके स्टालिन ने एक बयान में कहा कि भले ही उनकी जान खतरे में थी, फिर भी उन्होंने स्कूली बच्चों की जान बचाई. हम उनकी कर्तव्य भावना और आत्म-बलिदान के लिए उन्हें सलाम करते हैं. वह अपने मानवीयता के माध्यम से सदैव जीवित रहेंगे. सीएम स्टालिन ने सेमलैयप्पन के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की है.