आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में वंदे भारत ट्रेन पर हुए पथराव की रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) जांच कर रही है. आरपीएफ ने पथराव करने वाले तीन संदिग्धों की पहचान भी कर ली है. कुछ शरारती तत्वों ने वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया था, जिससे ट्रेन के दो कोच की खिड़कियों के शीशे टूट गए. यह ट्रेन ट्रायल रन पूरा करने के बाद विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन से मरीपालेम के कोच मेंटेनेंस सेंटर जा रही थी.
वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पश्चिम बंगाल के बाद इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई. इस मामले में आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की पहचान कर ली है. इस केस की जांच में स्थानीय पुलिस, आरपीएफ का सहयोग कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जनवरी को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने वाले थे.
बुधवार शाम को हुआ था पथराव
डीआरएम अनूप ने आज तक से बातचीत में बताया कि बुधवार शाम 6.30 बजे कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया. यह घटना उस समय हुई, जब ट्रेन विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन से कोचिंग कॉम्प्लेक्स जा रही थी. आरपीएफ ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.
सिकंदराबाद से विशाखापट्टन के बीच चलेगी ट्रेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जनवरी को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को रवाना करने वाले थे. यह ट्रेन सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम के बीच दौड़ेगी. इस दौरान यह वारंगल, खम्माम, विजयवाड़ा और राजमुंद्री में रुकेगी. बता दें कि इससे पहले जनवरी के पहले हफ्ते में पश्चिम बंगाल में वंदे भारत पर पत्थर फेंके गए थे. इस घटना में हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस के दो डिब्बों की खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए थे.