पश्चिम बंगाल के मालदा से एक वीडियो वायरल हो रहा है जहां दो महिलाओं को पीटते-पीटते अर्ध नग्न किया जा रहा है. प्राथमिक सूचना के मुताबिक, घटना तीन चार दिन पहले की है. मालदा के पकुआहाट में दो महिलाओं को चोरी के आरोप में स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया था उसके बाद उनकी पिटाई शुरू कर दी गई. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो महिलाओं को कुछ महिलाएं पीट रही हैं. हालांकि पश्चिम बंगाल पुलिस के पास इस तरह की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई.
चोरी करते हुए पकड़ी गईं थी महिलाएं
पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो देखने के बाद ही उनको इस घटना का पता चला है और प्राथमिक छानबीन करने के बाद पता चला है कि दो महिलाओं को चोरी करते वक़्त रंगे हाथ पकड़ा गया था. इसके बाद स्थानीय महिला दुकानदारों ने उनकी पिटाई की थी. इसके बाद जो महिलाएं चोरी करते हुए पकड़ी गई थी वो भी भाग गई और जिन महिलाओं ने उनकी पिटाई की थी उन्होंने डर के मारे शिकायत भी दर्ज नहीं कराई. अब पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर रही है. पुलिस का कहना है कि स्वतःस्फूर्त मामला दायर कर कार्यवाही की जाएगी.
हावड़ा में आया ये मामला
इससे पहले पश्चिम बंगाल के हावड़ा से भी इसी तरह की घटना सामने आई थी. बंगाल पंचायत चुनाव की एक महिला उम्मीदवार ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. महिला का आरोप है कि निर्वस्त्र कर उससे छेड़छाड़ की गई. यह घटना आठ जुलाई की बताई जा रही है. महिला ने ईमेल कर इसकी शिकायत की है. 13 जुलाई को ईमेल के जरिए एक महिला की शिकायत मिली थी कि आठ जुलाई को हेमंत रॉय और अन्य (टीएमसी कार्यकर्ताओं) ने उन्हें मतदान केंद्र से जबरन बाहर निकाला, उसके कपड़े फाड़े और यौन उत्पीड़न किया. यह मामला पांचला पुलिस थाने में दर्ज किया गया है.
मामले पर बना हुआ है संशय
मामले की जांच के दौरान महिला से मेडिकल दस्तावेज पेश करने और सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज करने को कहा गया था. लेकिन अभी तक महिला ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है. जांच में स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि आठ जुलाई को ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी. अभी तक इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं. लेकिन मामले की जांच जारी है.
घटना के कोई सबूत नहीं मिले
पश्चिम बंगाल के डीजी और आईजीपी मनोज मालवीय ने कहा कि आठ जुलाई को एक महिला को प्रताड़ित करने की शिकायत मिली थी. यह शिकायत ईमेल से मिली थी. हावड़ा ग्रामीण के एसपी ने इस मामले को देख रहे थे और 14 जुलाई को मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई. पिछले कुछ दिनों से हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. इस मामले में अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं. ऐसा कहा गया था कि यह घटना आठ जुलाई की है.