वाईएसआरसीपी नेता वी विजयसाई रेड्डी ने शनिवार को राज्यसभा के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि वह 'व्यक्तिगत कारणों' से राजनीति छोड़ रहे हैं. 2024 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद से राज्यसभा छोड़ने वाले वह पार्टी के चौथे सांसद हैं. उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से उनके आवास पर मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया.
पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट रेड्डी ने सदन में आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था. इस्तीफे के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उनके दूसरे छह साल के कार्यकाल में अभी साढ़े तीन साल बाकी हैं, लेकिन वे निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे अब कृषि की तरफ ध्यान देंगे और विश्वविद्यालयों में लेक्चर देंगे.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सौंपा इस्तीफा
उपराष्ट्रपति से मुलाकात के बाद रेड्डी ने मीडिया से कहा, 'मैंने अपना इस्तीफा उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति को सौंप दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है.' उपराष्ट्रपति को लिखे गए अपने संक्षिप्त त्यागपत्र में उन्होंने कहा, 'मैं, आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले वाईएसआरसीपी के सदस्य के रूप में तत्काल प्रभाव से राज्यसभा में अपनी सीट से स्वेच्छा से इस्तीफा देता हूं. आपसे अनुरोध है कि कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें.'
उपराष्ट्रपति ने पूछा इस्तीफे का कारण
रेड्डी ने कहा कि उनके इस्तीफे को स्वीकार करने से पहले, उपराष्ट्रपति ने उनसे पूछा कि वे किन कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं, क्या यह स्वैच्छिक है या कोई दबाव या अनुचित प्रभाव है. उन्होंने कहा, 'मैंने सभापति को बताया कि मेरा इस्तीफा स्वैच्छिक है और इसमें कोई दबाव या अनुचित प्रभाव नहीं है. मैंने केवल व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है.'
'जगन मोहन रेड्डी ने इस्तीफे से रोका'
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने वाईएसआरसीपी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी से बात की है, उन्होंने कहा, 'हां, मैंने कल अपनी पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी से बात की. मैंने उन्हें विस्तार से बताया है कि मैंने राजनीति छोड़ने का फैसला क्यों लिया है और उन्होंने मुझे ऐसा न करने की सलाह दी लेकिन मैं अपने फैसले पर कायम रहा और अपना इस्तीफा सौंप दिया है.'