रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. अब उन आरोपों पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह की तरफ से प्रतिक्रिया दी गई है. उन्होंने उस विवाद पर सिर्फ इतना कहा है कि यहां मामला राजनीतिक ज्यादा है, बाकी चीजें इसमें कम हैं. जब मीडिया से उनसे इस विवाद पर पूछा गया तो पहले उन्होंने रिएक्शन देने से मना कर दिया.
वीके सिंह ने क्या बोला है?
फिर उन्होंने अपने निची विचार बताते हुए कहा कि मुझे ये मामला राजनीतिक ज्यादा लगता है, इसमें बाकी चीजें कम हैं. अभी तक सरकार की तरफ से इस विवाद पर ज्यादा कुछ नहीं बोला गया है. ऐसे में वीके सिंह का ये बयान मायने रखता है. जानकारी के लिए बता दें कि 18 जनवरी को रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. यहां तक कहा गया था कि महिला शिविर में बृजभूषण द्वारा कई पहलवानों के साथ यौन शोषण किया गया. उन आरोपों के बाद से ही दिल्ली के जंतर-मंतर पर रेसलरों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
अनुराग ठाकुर हुए सक्रिय
वैसे गुरुवार रात को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रेसलरों के साथ एक अहम मीटिंग की है. उस मीटिंग के दौरान रेसलरों द्वारा सभी मांगे रखी गई थीं. उस मुलाकात के बाद आज फिर अनुराग ठाकुर ने ही प्रदर्शनकारियों को फिर मुलाकात के लिए बुलाया है. सभी रेसलर पहुंच भी गए हैं. उस मुलाकात से पहले विनेश फोगाट ने जोर देकर कहा है कि अभी तक उनकी कुछ मांगों को नहीं माना गया है. उनके मुताबिक अगर उनकी सभी मांगों को नहीं माना जाएगा तो सभी रेसलर जंतर मंतर पर ही प्रदर्शन करेंगे. वे वहीं पर अपनी चटाई लेकर आएंगे और प्रैक्टिस करेंगे.
बृजभूषण ने आरोपों पर क्या बोला?
इस पूरे विवाद पर बृजभूषण सिंह की तरफ से भी सफाई पेश की गई है. एक तरफ उन्होंने इस्तीफा देने से साफ मना कर दिया है तो वहीं यहां तक कहा है कि अगर उन्होंने अपना मुंह खोला तो सुनामी आ जाएगी. मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण ने कहा था कि मैं किसी की दया से अध्यक्ष नहीं बना हूं, अगर मैंने अपना मुंह खोल दिया तो सुनामी आ जाएगी. टीम के रुकने की व्यवस्था हम नहीं करते हैं, रुकने की व्यवस्था आयोजक करते हैं. प्रत्येक देश की टीम को अलग-अलग जगह ठहराया जाता है. जिस खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि दरवाज़ा खुला था तो वह खिलाड़ी उस टूर्नामेंट में नहीं थी.
इसके अलावा शुक्रवार को भी एक बड़ा बयान देते हुए बृजभूषण ने कहा था कि पहलवानों का ये धरना शाहीन बाग जैसा प्रायोजित है. मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि ये चंद वही खिलाड़ी हैं, जिनका करियर खत्म हो चुका है. वह मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं. लेकिन मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि जब मैंने कुछ किया ही नहीं है तो फिर किसी बात का डर नहीं है.