निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा भड़क उठी है. राज्य के दो हिस्सों में हिंसा के दो अलग-अलग मामले सामने आए. पांडेबेश्वर में TMC कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर एक बीजेपी कार्यकर्ता की दुकान में आग लगा दी गई.
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घटना शनिवार देर रात की है जिसमें बीजेपी महिला मोर्चा की नेता की दुकान में आग लगा दी गई. बीजेपी नेता रीना ठाकुर ने कहा कि वह छह महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थी और तभी से उन्हें धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के उपद्रवियों ने उनकी दुकान में तोड़फोड़ की है. उन्होंने इलाके में सीसीटीवी लगाने की मांग की.
जबकि दूसरे मामले में नदिया जिला अंतर्गत कृष्णानगर में एक TMC नेता के घर पर शनिवार रात बम से हमला किया गया. चुनाव की घोषणा होने और पश्चिम बंगाल राज्य में इस बार सात चरणों में चुनाव कराए जाने की घोषणा के तुरंत बाद हमें बताया गया कि किर्शनगर में टीएमसी के अल्पसंख्यक सेल के एक स्थानीय नेता खोकोन खान पर हमला किया गया. कथित तौर पर कुछ उपद्रवियों ने उनके घर पर बम फेंके.
25,000 केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात किया जाएगा
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 19 अप्रैल को उत्तरी पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए लगभग 25,000 केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात किया जाएगा. पहले चरण में अलीपुरद्वार, कूचबिहार और जलपाईगुड़ी लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. 19 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में केंद्रीय बलों की लगभग 250 कंपनियां तैनात की जाएंगी. CAPFs की एक कंपनी में लगभग 100 कर्मी होते हैं, यानी इन तीन सीटों पर चुनाव के लिए लगभग 25,000 कर्मियों को तैनात किया जाएगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नेताओं से प्रचार के दौरान दिए जाने वाले बयानों पर संयम रखने का भी आग्रह किया.