विष्णु शर्मा अपनी तथ्यात्मक किताबों के लिए मशहूर हैं. उन्होंने विश्व पुस्तक मेले के अंतिम दिन अपनी नई पुस्तक 'कांग्रेस प्रेसिडेंट फाइल्स' लॉन्च की है. इस किताब के विमोचन कार्यक्रम में कई मशहूर लेखक भी पहुंचे. इनमें अनुज धर, प्रखर श्रीवास्तव और अशोक श्रीवास्तव जैसे लेखक शामिल थे.
कार्यक्रम का संचालन नीरज बधवार ने किया, जो अपनी वन लाइनर्स और व्यंग्यात्मक किताबों जैसे 'हम सब फेक हैं' और 'बातें कम स्कैम ज्यादा' के लिए मशहूर हैं. उनका सहजता और सटीकता से कार्यक्रम को संचालित करना दर्शकों को बेहद पसंद आया.
सावरकर को फांसी की सजा देने वाला जज भी रहा था कांग्रेस का अध्यक्ष
अनुज धर ने कहा कि विष्णु शर्मा इतिहास के अनछुए पहलुओं को सामने लाते हैं, जिससे पाठक हैरान रह जाते हैं. प्रखर श्रीवास्तव ने भी शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने इस किताब से जाना कि सावरकर को फांसी की सजा देने वाला जज भी कांग्रेस का अध्यक्ष रहा था. अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी किताबें नई पीढ़ियों को वह ज्ञान देती हैं जो अब तक छिपाया गया था.
प्रकाशक के लिए क्या होती है चुनौती
प्रकाशक प्रभात कुमार और पीयूष कुमार ने उन चुनौतियों का ज़िक्र किया जो इस तरह की सटीक और ऐतिहासिक किताबों को प्रकाशित करने में आती हैं. वे सुनिश्चित करते हैं कि सभी तथ्य सही स्रोतों से लिए गए हों. उनका मानना है कि एक लेखक को समर्थन देना हमारी जिम्मेदारी है यदि उसके तथ्य इतिहास को सही संदर्भ में पेश करते हैं.
विष्णु शर्मा की पिछली किताबें जैसे 'इंदिरा फाइल्स', 'इतिहास के 50 वायरल सच', और 'गुमनाम नायकों की गौरवशाली गाथाएं' भी लोकप्रिय रही हैं. वह महावीर चक्र विजेताओं पर नीलेश मिश्रा के रेडियो शो के लिए कहानियां भी लिख चुके हैं. विष्णु शर्मा एक फिल्म समीक्षक भी हैं, वे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और संविधान को लेकर गीत लिख चुके हैं जिन्हें जी म्यूजिक ने रिलीज किया था.