केरल पुलिस ने एक लोन ऐप के संचालकों द्वारा धमकाए जाने के बाद पिछले साल सितंबर में एक व्यक्ति के कथित आत्महत्या करने के मामले में गुजरात के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. केरल के साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से लोन ऐप के संचालकों का पता लगाने के बाद राज्य पुलिस की पांच सदस्यीय टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए पिछले सप्ताह गुजरात गई थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपियों के फोन नंबर, ईमेल एड्रैस और बैंक डिटेल्स लॉटरी विक्रेता अजयराज के मोबाइल फोन से एकत्र किए गए थे, जिन्होंने पिछले सितंबर में आत्महत्या कर ली थी. अजयराज के परिवार के सदस्यों और दोस्तों के बयानों का हवाला देते हुए, पुलिस ने कहा कि मृतक ने आरोरियों द्वारा चलाए जा रहे ऐप के माध्यम से लोन लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाया. पुलिस के मुताबिक लोन नहीं चुकाने पर आरोपियों ने अजयराज को धमकाया और उसकी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करके परिवार के सदस्यों को भेज दीं.
अपनी मॉर्फ्ड फोटोज देखकर अजयराज को सदमा लगा और उसे अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए मजबूर होना पड़ा. मीनांगडी स्टेशन हाउस ऑफिसर पीजे कुरियाकोस ने कहा, 'साइबर पुलिस की मदद से, हमने गुजरात में आरोपियों का पता लगाया. वायनाड पुलिस की पांच सदस्यीय टीम पिछले हफ्ते गुजरात पहुंची और उन्हें राजकोट से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित एक गांव से पकड़ लिया'. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से मोबाइल फोन और वाईफाई मॉडम जब्त किए गए.
हाल के दिना में तेजी से बढ़े हैं लोन ऐप उत्पीड़न के मामले
हाल के दिनों में लोन ऐप की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने के कई मामले सामने आए हैं. भोपाल में पिछले साल जुलाई में एक ऐसा ही केस सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति ने लोन ऐप के एजेंटों की प्रताड़ना से परेशान होकर पत्नी और बच्चों सहित खुदकुशी कर ली थी. इसी तरह की घटना बेंगलुरू में भी सामने आई, जहां 22 साल के एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली. दोनों मामलों में लोन चुका पाने में असमर्थता के बाद पीड़ितों को लोन ऐप के एजेंटों ने ब्लैकमेल किया.
लोन ऐप एजेंटों की प्रताड़ना के खिलाफ ये हैं कानूनी उपाय
बीते दिनों जीरोधा के नितिन कामथ ने लोन ऐप के चंगुल में फंसे लोगों से परेशान होकर गलत कदम नहीं उठाने की अपील की थी. उन्होंने लोगों को सुझाव दिया था कि अगर वे किसी कारण ऐसे लोन ऐप के जाल में फंस गए हैं और प्रताड़ित किए जा रहे हैं, तो कानून का सहारा लें. उन्होंने कहा था कि ऐसे केस में लोगों की सुरक्षा करने के लिए कानून उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया था कि लोन ऐप के एजेंट अगर परेशान कर रहे हैं तो सरकार के नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं. इसके अलावा 1930 पर कॉल करके भी आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.