केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि नरेंद्र मोदी के देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने अपनी एक इंच भी जमीन नहीं खोई है. यूक्रेन के हालात पर निचले सदन में हो रही चर्चा में दखल देते हुए रिजिजू ने बसपा सांसद श्याम सिंह यादव की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए यह बयान दिया.
दरअसल, यूपी के जौनपुर से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने यूक्रेन संकट पर नियम 193 के तहत अपनी बात रखते हुए भारत और चीन की सीमा के संदर्भ में दावा किया कि केंद्र सरकार चीन को थोड़ा-थोड़ा करके भारतीय क्षेत्र सौंपती जा रही है. इस पर हस्तक्षेप करते हुए कानून मंत्री रिजिजू ने कहा कि बसपा सांसद को देश की संसद में ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
रिजिजू ने आगे कहा, "हर कोई जानता है कि चीन और पाकिस्तान के कब्जे में हमारा क्षेत्र पहले के समय का है. इसको लेकर मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता. लेकिन जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तब से एक इंच भी जमीन हमने नहीं खोई है. मंत्री ने कहा कि चीन का सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश 100 प्रतिशत सुरक्षित है.
सरासर झूठ है कब्जे का दावा
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैं अरुणाचल प्रदेश से आता हूं और कुछ टेलीविजन मीडिया ने शरारतपूर्ण तरीके से पुराने डेटा का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया कि चीन ने अरुणाचल के अंदर गांव बसा दिया है, जोकि सरासर झूठ है, क्योंकि उस गांव पर 1959 में ही चीन ने कब्जा कर लिया था.''
एंटनी के बयान का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे कर देश को गुमराह नहीं करना चाहिए. रिजिजू ने याद किया कि 2013 में जब एके एंटनी रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने सदन में कहा था कि सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण नहीं करने की भारत की नीति गलत थी. केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मोदी सरकार उस नीति को बदल रही है और हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं. मेरा राज्य अरुणाचल प्रदेश भी 100 प्रतिशत सुरक्षित है."
यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर बोले- यह हमारा कर्तव्य था
वहीं, यूक्रेन से भारतीयों को लाने वाले 'ऑपरेशन गंगा' में सक्रिय भूमिका निभाने वाले मंत्री रिजिजू ने विपक्षी सदस्यों के आरोपों का पलटवार करते हुए कहा, इस तरह के युद्ध के हालात में सरकार जो भी करती है, देश के लिए करती है. इस अभियान में तो सबको मौन व्रत रखना चाहिए था. अभियान खत्म होने के बाद आप कुछ कह सकते थे. उन्होंने कहा, मैं श्रेय देने के लिए नहीं कह रहा हूं. कोई भी सरकार होती यह करती है. यह हमारा कर्तव्य था.