NEET पेपर लीक और एजेंसियों के गलत इस्तेमाल के खिलाफ संसद में INDIA ब्लॉक का विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है. लोकसभा में सत्ता पक्ष की ओर से अनुराग ठाकुर ने चर्चा की शुरुआत की. वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बहस की शुरूआत की.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर निशाना साधा और कहा, 'हम किसानों की बात करते हैं तो मोदी जी भैंस खोल ले जाने की बात करते हैं. हम बीजेपी के बांटने की बात करते हैं तो मोदीजी औरंगजेब की बात करने लगते हैं, हम पेपरलीक की बात करते हैं तो मोदीजी मंगलसूत्र की बात करने लगते हैं. हम रोजगार की बात करते हैं तो मोदीजी मन की बात करने लगते हैं. इतिहास को लेकर निर्णय लेने में जनता सक्षम है. असत्य बोलना, लोगों को बांटना, ये सब काम पहली बार हुआ है. ये काम पहले किसी प्रधानमंत्री ने किया नहीं. '
सभापति धनखड़ ने कहा कि आप अपनी बात रखिए, चैंबर में बात करते हैं. इस पर खड़गे ने कहा कि मुझे चैंबर में कोई काम नहीं है आपसे. खड़गे ने पीएम के संपत्ति बांटने वाले बयान समेत पीएम के चुनावी संबोधनों का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों को इंसल्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम ने कहा कि अगर इनको अपने वोटबैंक के सामने मुजरा करना है तो करें. इस पर सदन में हंगामा हो गया.
प्रमोद तिवारी पर भड़के सभापति
सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा अनुरोध है आपसे, कृपा करके... सभापति खड़गे से बोल ही रहे थे कि प्रमोद तिवारी ने कुछ कहा. इस पर सभापति धनखड़ भड़क गए. सभापति ने प्रमोद तिवारी को चेतावनी देते हुए कहा कि मैं कड़ा एक्शन लूंगा. उन्होंने कहा कि यहां माइक बंद होता है क्या. जब मैं बोलता हूं तो माइक किसी का चालू नहीं रहता. ये जानते हैं आप. आपका इतना लंबा अनुभव है, आप ज्यादा जानते हैं.
सैकड़ों झूठ आदतन बोलते हैं PM: खड़गे
खड़गे ने शायराना अंदाज में कहा, 'सच बोलने वाले अक्सर बहुत ही कम बोलते हैं, झूठ बोलने वाले निरंतर, हरदम बोलते हैं.. एक सच के बाद और सच की जरूरत नहीं होती, एक झूठ के बाद सैकड़ों झूठ आदतन बोलते हैं... प्रधानमंत्री मोदीजी की अमृतवाणी है, इसे मैंने यहां रखा. यदि आपको दुख हुआ या उनको दुख हुआ तो क्षमा चाहता हूं. राष्ट्रपति ने ऐसे बयानों पर चिंता प्रकट नहीं की.'
खड़गे ने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम के भाषणों का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएम ने 421 बार मंदिर-मस्जिद और दूसरे धर्मों की बात की. 224 बार पाकिस्तान, माइनॉरिटी की बातें की. कांग्रेस का मेनिफेस्टो धर्म विशेष से जोड़ दिया. 75 साल में विभिन्न दलों के प्रधानमंत्रियों ने चुनाव प्रचार किया, ऐसा कभी नहीं देखा. हमने 117 शिकायतें चुनाव आयोग को दीं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.ये चीजें जो हुई हैं, हमने शिकायत किया, उस पर कोई एक्शन नहीं. चुनाव के दौरान कांग्रेस के खाते सीज कर दिए, इनकम टैक्स के नोटिस आए. आप लेबल प्ले ग्राउंड चुनाव बोलते हैं और चुनाव आने पर विपक्षी पार्टी के खाते फ्रीज कर देते हैं. जहां हमारे खाते फ्रीज हुए, वहीं सत्ताधारी दल के चंदा दो धंधा लो, वो गिन गिनकर इलेक्टोरल बॉन्ड से इलीगल तरीके से हजारों करोड़ कमाए पार्टी के लिए.'
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'शीशा वही रहता है, तस्वीर बदलती रहती है...'
खड़गे ने पीएम मोदी को स्लोगन देने में माहिर बताते हुए कहा कि विपक्ष 10 साल से कह रहा है कि स्लोगन मत दीजिए, काम कीजिए. उन्होंने कहा, 'मैं पूछता हूं साहब मणिपुर जल रहा है, आप एक दिन तो जाकर आएं. आप तो 14 देशों को गए, इलेक्शन में सैकड़ों भाषण किए, मणिपुर क्यों नहीं गए. कुछ लोगों का साथ दिया, कुछ का विकास किया, गरीबों का सत्यानाश किया.'
खड़गे यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, '2024 का चुनाव अहंकार तोड़ने वाला चुनाव था. पिछली सरकार के 17 मंत्री हार गए, किसानों को जीप से रौंदने वाले मंत्री को जनता ने ही रौंद दिया और खत्म हो गए. एक शायर ने कहा है- कभी घमंड मत करना, तकदीर बदलती रहती है... शीशा वही रहता है, तस्वीर बदलती रहती है. हमको घमंडी बोलते रहते थे, अरे घमंड तो टूट गया आपका. आज आपको चार सौ पार का नारा नहीं लगाना पड़ेगा. दो सौ पार में हैं और वह भी बड़ी मुश्किल से आए.'
खड़गे ने कहा, 'अहंकार तोड़ने वाला चुनाव , किसानों को रौंदने वाले व्यक्ति को हरा दिया. पारा 26 में राष्ट्रपति. उन्होंने कहा कि संचार के ज़रिये से मिसिनफ़ॉर्मेशन फैलाने काम किया और सहारा लिया हा रहा है , बिलकुल सही कह पीएम ने समाज को बाँटने का काम किया उन्होंने जो कहा पूरा देश शर्मसार हुआ. मैं कहता हूँ पीएम ने जो बातें रखी ये नफ़रत भरी बातें कुर्सी क़ायम रहती है. सत्ता आती है जाती है पर सत्ता के लिए देश को बाँटने की बात नहीं होनी चाहिए.'
इसके बाद राज्यसभा के अध्यक्ष ने कहा कि खड़गे जी आप जो भी आरोप और बयान दे रहे हैं उनको पहले सदन में सत्यापित करें. उसके बाद ही ऐसे बयानों को देने की अनुमति है.
चुनाव ने दिखा दिया संविधान सब पर भारी
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, 'इसी राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने छाती ठोककर विपक्ष को ललकारते हुए कहा था- एक अकेला सब पर भारी. लेकिन यह पूछना चाहता हूं, एक अकेले पर आज कितने लोग भारी हैं. चुनावी नतीजे ने दिखा दिया है कि देश का संविधान और जनता सबपर भारी है. लोकतंत्र में अहंकारी नारों को जगह नहीं है और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान निर्माता बाबा साहब, छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्तियां अपनी जगह से हटाकर पीछे कोने में रखा गया. ऐसे लोगों आप पीछे हटाकर कोई देखे नहीं, ऐसा कर दो. हमने मूर्तियां बैठाने के लिए लड़ाई लड़ी.'
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खड़गे ने कहा, '2024 का लोकसभा चुनाव पहला चुनाव था जिसमें संविधान का मुद्दा बना था. संविधान बचेगा तभी चुनाव हो पाएगा. ऐसे लोग भी हैं संविधान के नारे से भी दिक्कत है. संविधान का मुद्दा अभी भी है विपक्ष को दरकिनार किया गया है. पहले डिप्टी स्पीकर का पोस्ट खाली रखा है आप संविधान के विपरीत काम करते हैं. इसी राज्य सभा में प्रधानमंत्री ने कहा था एक अकेला सब पर भारी.. जनता ने दिखा दिया कि विपक्ष सब पर भरी है अहंकार की भाषा की कोई जगह नहीं है.लोकतंत्र में अहंकार नही चलता है. '
मूर्तियों का अपमान मत करो
खड़गे ने संसद परिसर की मूर्तियों को शिफ्ट करने का मुद्दा उठाते हुए कहा, 'मूर्तियां जहां थीं उनका अपमान मत करो. अगर अपमान करेंगे तो 50 करोड़ एससी-एसटी, दलित-वंचित, अल्पसंख्यकों का अपमान होगा. मूर्तियों के लिए एक कमेटी होती है जिसमें विपक्ष के नेता भी होते हैं. मीटिंग के बाद तय होता है. न मीटिंग हुई न कुछ. सब हो गया.'
खड़गे ने उठाया संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का मामला
खड़गे ने संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका उपयोग वसूली के लिए किया गया. खड़गे ने सभापति से कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप सच्चाई का साथ देंगे. इस पर सभापति ने कहा कि मैं तो हमेशा ही सच्चाई का साथ देता हूं. सभापति ने कहा कि सदन के नेता इंटरवेंशन करना चाहते हैं. इस पर खड़गे ने कहा कि मेरा फ्लो टूट जाएगा. सदन के नेता जेपी नड्डा ने सभापति को लेकर विपक्ष के नेता के बयान पर आपत्ति जताई. खड़गे ने कहा कि मैं यहां किसी का अपमान करने के लिए सदन में नहीं आया हूं. सभापति धनखड़ ने भी इस तरह के आरोपों पर दुख जताया. खड़गे ने इस पर कहा कि आपको दुख पहुंचा तो ठीक है, आई रिग्रेट.