दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की रफ्तार धीमी पड़ने से राजस्थान में अगला एक सप्ताह आमतौर पर सूखा रहने और तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. मौसम केंद्र जयपुर के बताया कि वर्तमान परिस्थिति के अनुसार आगामी एक सप्ताह से 10 दिनों के दौरान मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं है.
बिहार-यूपी-बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ से तबाही, लखीमपुर में कई जगह 4 से 10 फीट तक भरा पानी
दिल्ली में जून के अंत तक भी मॉनसून आने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार शहर में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 40 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक आज (बुधवार) राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 28 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली, हरियाणा व पंजाब के कुछ हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना नहीं है. ऐसे में इन राज्यों को अभी मॉनसून की बारिश के लिए इंतजार करना होगा. आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में 26 जून के आस-पास हल्की बारिश होने का अनुमान है, लेकिन इस क्षेत्र को अभी मॉनसूनी बारिश का इंतजार करना होगा.
पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.
"Due to overflowing river water 50% of Ghatal is under water. We face this flood-like situation sometimes for June, July, August, September & sometimes till October. Those who have shops suffer with no income during this time," said shopkeeper Ranjit (22.06)
— ANI (@ANI) June 23, 2021
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मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के आस-पास के हिस्सों पर बना हुआ है. जबकि एक ट्रफ रेखा पंजाब से लेकर हरियाणा, उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों, उत्तर पश्चिमी बिहार और इससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है.