IMD Rainfall Alert: मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा समेत कई राज्य हैं, जहां पर बारिश के चलते नदियां पूरे उफान पर हैं. विभिन्न नदियों के रौद्र रूप ने नागरिकों के लिए चिंता बढ़ा दी है. ओडिशा की बात करें तो यहां महानदी का उफान डरा रहा है. 10 जिलों में बारिश का हाई अलर्ट है. अधिकारियों की छुट्टियां रद्द हो चुकी हैं. ओडिशा में मंदिरों की शिखाएं नदियों में डुबकियां लगा रही हैं. शहर टापू बन चुके हैं और नदियां समंदर. बारिश आई तो अपने साथ तबाही भी लेकर आई. राज्य के करीब 10 जिले अलर्ट पर हैं, जहां बाढ़ के हालात बने हुए हैं. महानदी ने रौद्र रूप ले लिया है. मंदिर के ऊपर तक नदी का पानी आ गया है. आसमान से शहर टापू नजर आ रहा है. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं, 4 दिन भारी बारिश का अलर्ट है. सड़कों पर कमर तक पानी है और बड़ी-बड़ी कारें और बाइक से दम भरने वाले लोग एक बार फिर अपने पैरों पर भरोसा कर रहे हैं. जगतसिंह पुर में भी डेवी नदी उफान पर है. लहरों ने इंसानी बस्तियों का रुख किया है.
MP में आफत की बारिश ने नदी-नालों का रुख शहरों की ओर मोड़ा
मध्य प्रदेश में बीते हफ्ते बाढ़ से बांध टूटने के खौफ से सरकार और प्रशासन को तीन दिन नींद नहीं आई. अब भी एमपी के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. यहां नदियों की पूजा की जा रही है. प्रार्थना हो रही है कि रौद्र काल ना देखने को मिले. यहां कुदरत का कहर बरसा तो सड़कों में सैलाब आ गया. मध्य प्रदेश में आफत की बारिश ने नदी-नालों का रुख शहरों की ओर मोड़ दिया है. राजगढ़ में बारिश ने पूरा जोर लगा दिया है. खिलचीपुर का आधा मंदिर पानी में डूब चुका है. वहीं मंदिर मार्ग झरने में तब्दील हो गया. पानी का बहाव इतना तेज है कि मंदिर दर्शन करने गए भक्त फंस गए तो प्रशासन एक्शन में आया और लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश तेज हो गई.
पानी सबकुछ बहा ले जाने पर अमादा है. गलियों से होता हुआ पानी नालों को खूंखार बना रहा है. जिले में 3 दिनों की लगातार बारिश ने रायगढ़ को टापू बना दिया है. पार्वती खिलचीपुर गाढ गंगा नदी उफान पर है. मध्य प्रदेश के एक दर्जन से ज़्यादा जिलों में लगातार भारी बारिश का दौर जारी है. वहीं पिछले 3 दिनों से भोपाल नर्मदा पुरम संभागों में लगातार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है. डैम के गेट खोल दिए गए गए हैं. भोपाल के कई गांवों के रास्ते शहर से कट गए हैं. स्कूलों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से नर्मदा पुरम और भोपाल समेत कई जिलों की स्कूलों की छुट्टी घोषित करनी पड़ी है.
नर्मदा, चंबल, बेतवा नदियां उफान पर
लगातार हो रही बारिश से नर्मदा, चंबल और बेतवा समेत अधिकांश नदियां उफान पर हैं. लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. अभी कुछ दिनों तक ये मुसीबत कम नहीं होने वाली है. जबलपुर, भोपाल और इंदौर में भारी से भारी बारिश का पूर्वानुमान है. भोपाल के आसपास के जिलों रायसेन, विदिशा और सीहोर में भारी बारिश का अलर्ट है.
MP | Administration on alert after water levels rise in Narmadapuram, touch danger mark
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 17, 2022
While water levels have risen, we're still 1.5 feet away from alarm levels. Have placed people across banks in case water rises further & flood situation is created, we're ready: DM NK Singh pic.twitter.com/VfxiJvENKJ
उत्तर और दक्षिणी गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश
उत्तर और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई और तापी, बनासकांठा और वलसाड जिलों में सुबह से 12 घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई. अहमदाबाद शहर में शाम को हुई बारिश के कारण जलभराव हो गया, जिससे यातायात धीमा हो गया. अधिकारियों ने कहा कि नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण इसका स्तर बढ़कर 134.65 मीटर हो गया, जो पूरे जलाशय स्तर 138.68 मीटर से थोड़ा ही नीचे है. मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर और इंदिरा बांधों से भी पानी छोड़ा गया. दिन के दौरान 30 से अधिक तहसीलों में 50 मिमी से अधिक बारिश हुई. मुख्य रूप से तापी, बनासकांठा, वलसाड, छोटा उदयपुर, नवसारी, मेहसाणा, डांग, अरावली, सूरत, महिसागर और पाटन जिलों में बरसात हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में गुजरात के अधिकांश हिस्सों में व्यापक हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है.
राजस्थान में मॉनसूनी आफत का दूसरा दौर शुरू
उधर, राजस्थान में मॉनसूनी आफत का दूसरा दौर शुरू हो गया है. बूंदी में तूफानी बूंदों ने शहर को समंदर में तब्दील कर दिया. बूंदी बाजार से लेकर शहर की सड़कों तक हाल बेहाल रहा. कुछ ऐसा ही हाल बूंदी की रिहाइशी कॉलोनियों में नजर आया. बारिश का पानी घरों में घुस गया. बारां में सोमवार शाम जब नदी में उफान था तो पुलिया पार करना बाइक सवार को महंगा पड़ गया. पुलिया पार करते वक्त पानी की लहरों में बाइक समेत युवक बहने लगा. शुक्र है कि वहां लोग मौजूद थे और युवक को नदी से बाइक समेत बाहर निकाल लिया गया. बारां जिले के समरानियां इलाके में मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए. कस्बे की दोनों बड़ी नदियों की पुलिया के ऊपर से दो-दो फीट से ज्य़ादा ऊपर से पानी बह रहा है.
छत्तीसगढ़ में कई नदियां उफान पर
छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश के चलते महानदी, केलो, मांड, कुरकूट, नदी उफान पर हैं. भारी बारिश से गंगरेल, कलमा बैराज, केलो, गरियाबंद के गेट खोलने से हालात काफी बिगड़ गए हैं जिसके चलते जांजगीर चांपा, रायगढ़ सहित कई जिले बाढ़ से प्रभावित हुए है. रायगढ़ जिले के 65 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं जिनमें से देर रात तक दो गांव का खाली कराया गया है. वहीं 18 अगस्त तक स्कूलों की छुट्टी भी घोषित कर दी गई है.
बिहार में गंगा और कोसी नदी का रौद्र रूप
बिहार में गंगा और कोसी नदी का रौद्र रूप दिखने लगी है. इसके पहले कोसी नदी के तेज कटाव की जद में सैकड़ों मकान बह गए हैं. नदी किनारे बसे लोगों के घर को देखते ही देखते नदी का तेज बहाव अपने धारा की चपेट में ले रही है.
कठुआ में बाढ़ जैसे हालात
वहीं, मैदानों के अलावा पहाड़ी इलाकों का हाल भी बेहाल है. पहाड़ों में बारिश का आलम यह है कि कई जगह नदियां उफान पर हैं और रोजमर्रा की जिंदगी ठप हो रही है. कठुआ में तो हालात इतने खराब हो गए कि आर्मी हेलिकॉप्टर के जरिए पानी में फंसे लोगों की जान बचानी पड़ी. लगातार बारिश से कठुआ में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कठुआ की उझ नदी उफान पर है और नदी में आए इस सैलाब की वजह से आसपास के कई निचले इलाकों पर संकट के बादल गहरा रहे हैं. हालात इतने बदतर हो गए कि कई घर पानी में बह गए और लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए बचाना पड़ा.
उत्तराखंड और हिमाचल में दरक रहीं चट्टानें
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के करीब केदारनाथ हाइवे पर बारिश में कमजोर हो चुकी चट्टानें अब बिना बारिश के भी दरकने लगी हैं. टूटी हुईं इन चट्टानों के बीच जान जोखिम में डालकर दुपहिया वाहन चालक आवाजाही कर रहे हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लगातार भारी तादाद में यहां सड़क पर बड़े बड़े पत्थर गिर रहे हैं लेकिन वाहन चालक उन्हें साइड कर बीच से निकल रहे हैं. उधर कुल्लू के सोलांग नाला में पानी के उफान में दो लोग लापता हो गए. तलाशी अभियान जोरों पर है लेकिन दोनों का अभी कोई पता नहीं लग पाया है.
(आजतक ब्यूरो)