Weather Update: इन दिनों देश के ज्यादातर राज्य तेज गर्मी की वजह से धधक रहे हैं. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, गुजरात आदि जैसे राज्यों में तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है. यूपी के प्रयागराज में तो तापमान लगभग 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते दिन अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस रहा. अप्रैल महीने में यह तापमान पिछले 12 सालों में सबसे अधिक था. मौसम विभाग के अनुसार, यूपी के प्रयागराज में 45.9 डिग्री सेल्सियस, खजुराहो में 45.6 डिग्री सेल्सियस, खरगौन में 45.2 डिग्री सेल्सियस, अकोला में 45.4 डिग्री सेल्सियस, जलगांव में 45.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. झारखंड के डाल्टनगंज की बात करें तो बीते दिन का यहां अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
अब तक आ चुके हैं चार बड़े हीटवेव के स्पेल
इस साल मार्च महीने से ही उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ने लगी थी. राजस्थान, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में पिछले दो महीने के दौरान 40 डिग्री से 45 डिग्री के बीच दर्ज किया गया. मार्च महीने से ही अब तक देश में चार हीट वेव के स्पेल देखे जा चुके हैं. मार्च महीने की शुरुआत से कम से कम 26 हीट वेव के दिन जनता झेल चुकी है और ये हीट वेव के चार स्पेल हैं. हीट वेव का पहला स्पेल 11 मार्च से 19 मार्च के बीच आया, जिसकी वजह से कच्छ, सौराष्ट्र, उत्तरी कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और ओडिशा के इलाके प्रभावित हुए.
इसके बाद दूसरे स्पेल की शुरुआत 27 मार्च को हुई, जोकि 12 अप्रैल तक चला. पहली वेव वाले सभी इलाकों को दूसरी हीट वेव के स्पेल ने भी हिट किया. साथ ही, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, ईस्ट मध्य प्रदेश के कई इलाके भी इससे प्रभावित हुए. इसके कुछ दिनों के बाद 17 अप्रैल को हीट वेव के तीसरे स्पेल ने दस्तक दी और दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और विदर्भ जैसे इलाके प्रभावित हुए. 24 अप्रैल से शुरू हुए चौथे हीट वेव ने कच्छ-सौराष्ट्र और राजस्थान के इलाकों को प्रभावित कर रहा. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार जैसे राज्य भी इससे और प्रभावित होंगे.
मौसम विभाग बोला- पांच दिनों तक राहत नहीं
उधर, भीषण गर्मी से जल्द राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है. मौसम विभाग ने बताया है कि अगले पांच दिनों तक राहत नहीं मिलेगी. इस दौरान हीट वेव की स्थिति बरकरार रहने वाली है. मौसम विभाग ने ट्वीट किया, ''अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में और अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी भारत में लू की स्थिति रहेगी और उसके बाद कम हो जाएगी. पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ बारिश/तूफान के साथ बिजली गिरने की संभावना है.'' मौसम विभाग ने राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के वैज्ञानिक आर.के. जेनामनी ने बताया कि ऑरेंज चेतावनी जारी की गई थी, क्योंकि कुछ क्षेत्रों में बुधवार को तापमान लगभग 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा, "मई के पहले सप्ताह के दौरान, हमें पश्चिमी विक्षोभ और बारिश की संभावना बढ़ने की उम्मीद है.''
Heat wave conditions over Northwest & Central India during next 5 days and over East India during next 3 days and abate thereafter.
— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 28, 2022
Rain/Thunderstorm accompanied with lightning/gusty winds likely to continue over Northeast India. pic.twitter.com/Ymgi2eOU4B
आखिर क्यों पड़ रही इतनी गर्मी?
पिछले कुछ सालों की तुलना में इस बार अधिक गर्मी पड़ रही है. इसके पीछे कई वजहे हैं. एक तो चूंकि इस बार मार्च महीने से ही गर्मी पड़नी शुरू हो गई, जिसकी वजह से पारा तेजी से आगे बढ़ा. इसके अलावा, अन्य सालों की अपेक्षा ज्यादा लंबे हीटवेव पड़ना और बारिश का बिल्कुल नहीं होना भी ज्यादा तापमान की वजहे हैं. इस साल मार्च महीने से ही देश के उन हिस्सों में हल्की बारिश भी नहीं हुई है, जहां पर भीषण गर्मी पड़ रही है. इसके अलावा, मार्च 2022 1901 के बाद भारत का तीसरा सबसे गर्म मार्च था. मौसम विभाग ने बताया है कि मार्च महीने में सामान्य अधिकतम तापमान 31.24 डिग्री सेल्सियस की तुलना में यह 32.65 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.