बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव में बदल गया है. मौसम विभाग के मुताबिक गहरे दबाव के क्षेत्र के कारण कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मंगलवार की सुबह हुई बारिश ने ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.
कई इलाकों में जलजमाव हो गया है, घरों में पानी घुस गया है. हैदराबाद में मंगलवार को हुई तेज बारिश के बाद कई जगह जलभराव हो गया है.
Telangana: Waterlogging in Hyderabad city following heavy rainfall on Monday evening pic.twitter.com/AZjy3dO4Gy
— ANI (@ANI) October 13, 2020
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा कि इसके प्रभाव के कारण विदर्भ, कर्नाटक, रायलसीमा, दक्षिण कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र एवं मराठवाड़ा के इलाकों में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है. विभाग ने कहा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश, दक्षिणी ओडिशा और विदर्भ के दूर-दराज क्षेत्र में भी भारी बारिश की संभावना है.
ओडिशा में आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. भुवनेश्वर के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. वहीं, दक्षिणी ओडिशा में भारी बारिश का खतरा बरकरार है.
#WATCH Odisha: Heavy rains lash parts of Bhubaneswar city.
— ANI (@ANI) October 13, 2020
IMD has predicted heavy falls at isolated places over south Odisha. pic.twitter.com/2XiEUBJ5P7
आईएमडी ने कहा, 'बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है. अगले 12 घंटे में इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इस दौरान, 55-65 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है जो बढ़कर 75 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती हैं.'
Deep Depression over north coastal Andhra Pradesh weakened into a Depression over Telangana.
— India Met. Dept. (@Indiametdept) October 13, 2020
It is very likely to move west-northwestwards and weaken into a Well marked low Pressure area during next 12 hours. pic.twitter.com/5T46vGOyqf
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार शाम से ही बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने लगीं. मंगलवार शाम तक आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में समुद्र में हालात 'खराब' रहेंगे. ऐसे में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है.