scorecardresearch
 

पश्चिम बंगाल: मंत्री Partha Chatterjee को एयर एंबुलेंस से भुवनेश्वर AIIMS ले जा रही ED

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि पार्थ चटर्जी को दूसरे हॉस्पिटल में क्यों ट्रांसफर किया गया. इसके साथ-साथ ईडी ने आरोप लगाया था कि हॉस्पिटल में पार्थ चटर्जी किसी डॉन की तरह बर्ताव कर रहे हैं.

Advertisement
X
पार्थ चटर्जी (File Photo)
पार्थ चटर्जी (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोलकाता के अस्पताल में भर्ती थे पार्थ
  • ईडी ने लगाया था जांच में सहयोग न करने का आरोप

पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम एयर एंबुलेंस से भुवनेश्वर एम्स लेकर जा रही है. शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में ED ने पार्थ को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद से उन्हें कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां से उन्हें कोलकाता के SSKM अस्पताल में रेफर कर दिया गया था.

Advertisement

पश्चिम बंगाल में उनकी गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर केंद्रीय जांच एजेंसी और राज्य की पुलिस आमने-सामने दिखी. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि पार्थ चटर्जी को दूसरे हॉस्पिटल में क्यों ट्रांसफर किया गया. इसके साथ-साथ ईडी ने आरोप लगाया था कि हॉस्पिटल में पार्थ चटर्जी किसी डॉन की तरह बर्ताव कर रहे हैं. वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे.

पार्थ चटर्जी को दूसरे हॉस्पिटल में ट्रांसफर किये जाने के विरोध में ईडी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी. इसपर रविवार को सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने पार्थ को भुवनेश्वर एम्स ले जाने का आदेश दिया था. ईडी की तरफ से यहां एडिशनल सॉलिस्टर जनरल एसवी राजू पेश हुए थे. ASG एसवी राजू ने कहा था कि जांच में 21 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है और एक मंत्री के साथ-साथ उनकी सहयोगी महिला (अर्पिता मुखर्जी) को गिरफ्तार किया गया है. 

Advertisement

कलकत्ता कोर्ट को ASG ने बताया था कि उन्हें कोर्ट से पार्थ की सिर्फ 2 दिन की रिमांड मिली है. ऐसे में हॉस्पिटल में इलाज के दिनों को कस्टडी ने दिनों में ना गिना जाए. चाहें तो पार्थ इलाज के लिए दिल्ली या कल्याणी के AIIMS में भर्ती हो सकते हैं. ईडी ने कोर्ट में बताया था कि एक ऐसा ऑर्डर भी उनकी अनदेखी में पास किया गया है कि पूछताछ के दौरान आरोपी के वकील भी मौजूद रह सकते हैं. यह भी कहा गया कि उनको बताये बिना पार्थ को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. आरोप लगाया गया कि पार्थ हॉस्पिटल में किसी डॉन की तरह बर्ताव कर रहे हैं. आरोप है कि पार्थ वहां ईडी अधिकारियों को धमकी और गालियां दे रहे हैं.

पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. ये गिरफ्तारी 26 घंटे पूछताछ के बाद हुई थी. मामला शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ा है. पार्थ चटर्जी की करीबी मानी जाने वालीं अर्पिता मुखर्जी के घर शुक्रवार को ED ने छापा मारा था. यह छापा पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले के मामले में मारा गया था. इस छापे में अर्पिता के घर से 20 करोड़ के करीब कैश बरामद हुआ था. पूछताछ के बाद ईडी ने पहले उनको हिरासत में लिया. इसके तार पार्थ चटर्जी से जुड़े, जिसके बाद मंत्री की गिरफ्तारी हुई.

Advertisement
Advertisement