पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष ने गुरुवार को बीजेपी के 7 विधायकों का निलंबन रद्द कर दिया है. इस निलंबन के विरोध में बीजेपी विधायक विधानसभा के बाहर धरना दे रहे थे. कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय को इस मामले को देखने के लिए कहा था. इसके बाद उन्होंने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा सहित सातों बीजेपी विधायकों का निलंबन वापस ले लिया.
सदन में मारपीट करने पर कर दिए गए थे निलंबित
सदन के अंदर बीजेपी और टीएमसी विधायकों के बीच मारपीट करने पर बीजेपी विधायकों को मानसून सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था. पहले 9 मार्च को सुदीप मुखोपाध्याय और मिहिर गोस्वामी को निलंबित किया गया था. बाद में शुभेंदु अधिकारी, मनोज तिग्गा, नरहरि महतो, मिहिर गोस्वामी और शंकर घोष को 28 मार्च को निलंबित कर दिया गया था.
तकनीकी त्रुटि का हवाला देकर लौटा दिया था प्रस्ताव
बीजेपी विधायकों ने पहले स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय को अपना निलंबन रद्द करने के लिए एक आवेदन दिया था, लेकिन तकनीकी त्रुटि का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने उन्हें प्रस्ताव फिर से जमा करने के लिए कहा था. वहीं निलंबन के विरोध में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना भी दिया. एलओपी शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसके बाद कोर्ट ने अध्यक्ष से मामले को देखने के लिए कहा था.