पश्चिम बंगाल बीजेपी लीडर और संदेशखाली मामले (Sandeshkhali Case) को सामने लाने वाली महिलाओं में से एक, सिरिया परवीन (Syria Parveen) ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वो भारतीय जनता पार्टी पर पर "पूरी घटना की पटकथा लिखने" का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व बीजेपी नेता ने पार्टी पर बशीरहाट लोकसभा उम्मीदवार रेखा पात्रा को पैसे देने का भी आरोप लगाया. परवीन ने ये गंभीर आरोप बशीरहाट में मतदान से कुछ दिन पहले लगाए हैं.
परवीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "संदेशखाली और बशीरहाट में, मैंने उन महिलाओं के साथ रहने की कोशिश की, जिन्होंने छेड़छाड़ और उत्पीड़न का आरोप लगाया था. मैं सच्चाई के लिए लड़ रही थी. बाद में मैंने देखा कि यह केवल एक कहानी, एक स्क्रिप्ट थी. इसमें मोबाइल, मीडिया और पैसे का इस्तेमाल किया गया था."
'जब मुझे पता चला TMC के लोग निष्पक्ष...'
सिरिया परवीन ने कहा, "बीजपी, टीएमसी के खिलाफ लड़ती है. जब मुझे पता चला कि टीएमसी के लोग और नेता निष्पक्ष हैं और उन्होंने कोई गलती नहीं की है, तब मैंने फैसला किया कि मैं फर्जी चीजों के साथ आगे नहीं बढ़ूंगी."
परवीन ने यह भी दावा किया कि उनके पास यह साबित करने के लिए "कई सबूत" हैं कि बीजेपी नेताओं ने संदेशखाली घटना की "पटकथा" लिखी थी.
गुरुवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में परवीन ने बीजेपी नेताओं पर संदेशखाली की महिलाओं को बरगलाने के निर्देश देने के लिए "सिम कार्ड और फोन" का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया.
यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: संदेशखाली में CBI बना रही है अस्थायी कैंप, जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के मामले की करेगी जांच
इस साल की शुरुआत में, संदेशखाली तब सुर्खियों में आया, जब कई महिलाओं ने पूर्व तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, उन पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. बाद में उन्हें बंगाल पुलिस ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर लिया.
बशीरहाट लोकसभा सीट पर टीएमसी के हाजी नुरुल इस्लाम और बीजेपी की रेखा पात्रा के बीच द्विपक्षीय मुकाबला है.
यह भी पढ़ें: संदेशखाली की महिला ने दर्ज कराई अपहरण की शिकायत, साथ ही लगाया ये संगीन इल्जाम