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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नारदा केस में सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. कोलकाता हाई कोर्ट ने उन्हें हलफनामा दायर करने से मना किया था, जिसके बाद सीएम ममता ने यह फैसला किया है. जब सीबीआई ने टीएमसी के चार पूर्व मंत्रियों को गिरफ्तार किया था, तब वह सीबीआई कार्यालय पहुंची थीं और उन्हें इस मामले में पक्षकार बनाया गया था.
गौरतलब है कि नारदा स्टिंग केस में मंत्री फिरहाद हकीम, मंत्री सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री सोवन चटर्जी के घर सीबीआई ने छापेमारी की थी. सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
टीमसी नेताओं की गिरफ्तारी से सीएम ममता नाराज हो गई थीं. वे खुद सीबीआई दफ्तर पहुंच गई थीं. ममता बनर्जी 6 घंटे तक लगातार सीबीआई दफ्तर में बनी रहीं. उन्होंने सीबीआई के अधिकारियों से यह कहा था कि बिना नोटिस मंत्रियों और विधायकों को गिरफ्तार नहीं कर सकते हैं. अगर ऐसा है तो मुझे गिरफ्तार कर लीजिए. अब ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
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हाई कोर्ट पहुंचे शुभेंदु अधिकारी
वहीं, शुभेंदु अधिकारी ने कोलकाता हाई कोर्ट में शिकायत की है कि क्यों 18 मई को उनकी राज्य की ओर से दी गई सुरक्षा छीन ली गई है. शुभेंदु अधिकारी ने यह भी लिखा है कि उन्हें राज्य की ओर से पायलट एस्कॉर्ट मिलनी चाहिए. उनके रूट की निगरानी और जनसभाओं पर राज्य की पुलिस को नजर रखनी चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया है कि केंद्र सरकार ने उन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा दी है.