पश्चिम बंगाल में सीआईडी ने तीन साल पहले हुई बॉडीगार्ड की मौत के मामले में भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी के घर पर फिर छापा मारा. सीआईडी टीम तीन दिन में दूसरी बार शुभेंदु के घर पहुंची. टीम ने उस घर की छानबीन की, जहां बॉडीगार्ड शुभाब्रत चक्रबर्ती रहते थे. इससे पहले 14 जुलाई को भी सीआईडी ने उनके घर पर छानबीन की थी. हालांकि, उस वक्त शुभेंदु अधिकारी मौजूद नहीं थे.
चार सदस्यों वाली टीम ने शुभेंदु अधिकारी के भाई और सांसद दिब्येंदु अधिकारी से पूछताछ की. बताया गया है कि सीआईडी टीम ने शुक्रवार रात पुलिस लाइन में 7 घंटे तक उन लोगों से पूछताछ की, जो शुभाब्रत के साथ काम करते थे.
ड्राइवरों और अन्य स्टाफ से हो चुकी पूछताछ
इससे पहले सीआईडी टीम तीन दिन पहले भी पूछताछ के लिए शुभेंदु अधिकारी के घर पहुंची थी. उस वक्त टीम ने ड्राइवर और अन्य स्टाफ से पूछताछ की थी, जो पूर्वी मिदनापुर के कांथी में शुभेंदु के घर के पास रहते हैं. इस दौरान दिब्येंदु से टीम ने पूछताछ की थी.
पत्नी की मांग पर शुरू हुई जांच
कुछ ही दिन पहले शुभाब्रत ( बॉडीगार्ड) की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की है. शुभेंदु के बॉडीगार्ड की लगभग तीन साल पहले संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. शुभाब्रत की पत्नी सुपर्णा चक्रवर्ती ने हाल ही में पति की संदिग्ध मौत मामले में सवाल उठाते हुए फिर से जांच की मांग करते हुए IPC की धारा 302 और 120 के तहत शिकायत दर्ज करवाई थी.
क्या है पूरा मामला?
शुभब्रत ने 13 अक्टूबर 2018 को पूर्व मेदिनीपुर जिले में अपने किराए के घर पर कथित रूप से खुद को गोली मार ली थी. घटना के बाद उन्हें गंभीर हालत में कोलकाता के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था. जहां अगले दिन उनकी मौत हो गई थी. शुभेंदु अधिकारी उस समय राज्य के परिवहन मंत्री थे.
घटना के इतने दिनों बाद अब बॉडीगार्ड की पत्नी ने पति की मौत के लिए शुभेंदु अधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए फिर से जांच की मांग की है. शुभेंदु अधिकारी ने पहले ही इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है ये केस राजनीति से प्रेरित है. उनके मुताबिक, इस केस का निपटारा दो साल पहले ही हो चुका है. ऐसे में अब फिर इस केस में जांच करवा उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है.