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केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच 36 के आंकड़े जगजाहिर हैं. इसी बीच एक और विवाद को हवा मिलती दिखाई दे रही है. दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है. 6 मई को होने वाले इस आयोजन में गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल जगदीप धनखड़ हिस्सा लेंगे. लेकिन खबर लिखे जाने तक मेहमानों की लिस्ट से ममता बनर्जी का नाम गायब था.
हाल ही में यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को अपनी 'वैश्विक धरोहर' की लिस्ट में शामिल करने का ऐलान किया है. इसी खुशी में संस्कृति मंत्रालय की ओर से इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया है. पूर्व क्रिकेटर और अब बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देंगी. केंद्र सरकार की ओर से आयोजित इस समारोह में राज्य की सीएम को न बुलाना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है. साथ ही केंद्र और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के तनाव भरे रिश्तों से भी इसको जोड़कर देखा जा रहा है.
बीजेपी और टीएमसी के बीच हाल ही में नादिया रेप केस और राज्य में हुई हिंसा के मामले में काफी बयानबाजी की जा चुकी है. कुछ दिन पहले ही दिल्ली में आयोजित एक सम्मेलन में भी ममता बनर्जी ने हाईकोर्ट में खाली पड़े पदों के मुद्दे पर जमकर बरसी थीं जिस पर अधिकारियों को दौड़कर ऑडियो को म्यूट कराना पड़ा था.
बता दें कि वहीं बीते साल नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर केंद्र सरकार की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने भाषण देने के इनकार कर दिया था. मंच पर उस समय पीएम मोदी भी मौजूद थे. दरअसल ममता बनर्जी वहां की जा रही नारेबाजी से नाराज हो गई थीं. ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि उनके भाषण के शुरुआत में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टोकाटाकी की थी.