पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं. बताया जा रहा है कि ईडी को पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां छापे के दौरान एक काली डायरी हाथ लगी है. माना जा रहा है कि इस डायरी में काफी अहम जानकारी है, जो कई राज खोल सकती है.
दरअसल, ईडी ने पार्थ चटर्जी के घर से मिलीं पर्चियों के बाद अर्पिता मुखर्जी के यहां छापेमारे थे. इसके बाद उनके घर से ईडी को 21 करोड़ रुपए कैश और कई जरूरी दस्तावेज मिले थे. सूत्रों के मुताबिक, ईडी को अर्पिता मुखर्जी के घर से रेड के दौरान एक काली डायरी भी मिली है. यह डायरी बंगाल सरकार के department of higher and school education की है. इस डायरी में 40 पन्ने ऐसे हैं, जिनमें काफी कुछ लिखा हुआ है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, यह डायरी एसएससी स्कैम घोटाले की कई परतें खोल सकती है.
अर्पिता के घर तक कैसे पहुंची ED?
ईडी ने पिछले दिनों शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के दौरान पार्थ चटर्जी के घर पर छापा मारा था. ईडी सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान जांच एजेंसी को उनके घर पर कई पर्चियां मिली थीं. इनमें से किसी पर्ची पर अर्पिता मुखर्जी के नाम के साथ 'वन सीआर', 'फोर सीआर' लिखा था. इसी से ईडी को अर्पिता के घर में करोड़ों रुपए छिपे होने का अंदाजा लगा था. ईडी ने शुक्रवार को अर्पिता मुखर्जी के घर छापा मारा. ईडी का शक सही निकला. अर्पिता के घर से ईडी को 21 करोड़ रुपए, कई मोबाइल और कीमती चीजें बरामद हुई थीं. अर्पिता मुखर्जी पार्थ चटर्जी की करीबी बताई जा रही हैं. ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार कर लिया था.
कोलकाता लाए गए पार्थ चटर्जी
पार्थ चटर्जी को ईडी के अफसर सोमवार को एम्स भुवनेश्वर से वापस कोलकाता लाए. दरअसल, एम्स के डॉक्टरों ने मेडिकल जांच के बाद कहा कि उनकी रिपोर्ट सही आई है और उनकी हालत ठीक है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की कोई जरूरत नहीं है. पश्चिम बंगाल में शिक्षक मंत्री घोटाले में सोमवार को पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को 3 अगस्त तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया है.
पश्चिम बंगाल में शिक्षा विभाग में करोड़ों रुपए का घोटाला पार्थ चटर्जी के शिक्षा मंत्री रहते हुआ. आरोप है कि शिक्षा विभाग में कथित तौर पर पैसे के बदले नौकरी दी गई, जबकि योग्य उम्मीदवारों को इससे नुकसान उठाना पड़ा.