कोरोना वायरस की तेज रफ्तार के बीच धीरे-धीरे जिंदगी को पटरी पर लाने की कवायद जारी है. केंद्र सरकार ने 7 सितंबर से ही मेट्रो ट्रेन के चरणबद्ध तरीके से परिचालन की अनुमति दे दी थी. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, यूपी के लखनऊ और तमिलनाडु के चेन्नई में मेट्रो सेवा शुरू भी हो गई. लेकिन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में कोरोना की रफ्तार के कारण मेट्रो पर ब्रेक जारी रहा.
कोलकाता मेट्रो भी अब ट्रैक पर लौटने को पूरी तरह से तैयार है. कोलकाता मेट्रो का परिचालन 14 सितंबर से शुरू हो रहा. मेट्रो के परिचालन में केंद्र सरकार की ओर से जारी कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा. इसके लिए कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (केएमआरसी) ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. केएमआरसी के मुताबिक ई-पास के साथ किसी को भी मेट्रो स्टेशन के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
केएमआरसी के मुताबिक मेट्रो से सफर करने के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग किया जा सकता है. कोरोना को लेकर केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाएगा. गौरतलब है कि कोलकाता की लाइफलाइन मेट्रो सेवा भी देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही पूरी तरह से ठप चल रही थी. लगभग 6 महीने बाद मेट्रो ट्रैक पर लौटने के लिए तैयार है.
बता दें कि केएमआरसी ने एक दिन पहले ही राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) के परीक्षार्थियों के लिए स्पेशल मेट्रो चलाई थी. कोलकाता मेट्रो में हर रोज लाखो लोग यात्रा करते हैं. यह देश की पहली भूमिगत मेट्रो सेवा भी है.