scorecardresearch
 

पश्चिम बंगाल: कोर्ट में सुनवाई के दौरान अचानक सामने आए पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी, जज ने लगाई फटकार

मंगलवार को कोलकाता की बैंकशाल कोर्ट में पार्थ चटर्जी की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. इस मामले की सुनवाई शुरू होते ही पार्थ चटर्जी को वर्चुअल कोर्ट में पेश किया गया. वहीं अलीपुर महिला सुधार गृह से अर्पिता मुखर्जी को भी इसी कोर्ट में वर्चुअल तरीके से पेश किया गया. इस दौरान अर्पिता और पार्थ चटर्जी दोनों जज के सामने पेश हुए और मॉनिटर स्क्रीन पर दोनों एक साथ दिखाई दिए.

Advertisement
X
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुर्खजी
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुर्खजी

जेल में बंद पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी मंगलवार को अदालत में सुनवाई के दौरान 'गलती से' आमने-सामने आ गए. कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी प्रेसीडेंसी जेल में बंद हैं. इसी मामले में सह-आरोपी अर्पिता मुखर्जी अलीपुर महिला सुधार गृह में बंद हैं.

Advertisement

मंगलवार को कोलकाता की बैंकशाल कोर्ट में पार्थ चटर्जी की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. इस मामले की सुनवाई शुरू होते ही उन्हें वर्चुअल कोर्ट में पेश किया गया. वहीं अलीपुर महिला सुधार गृह से अर्पिता मुखर्जी को भी इसी कोर्ट में वर्चुअल तरीके से पेश किया गया. हालांकि उस दिन अर्पिता की ओर से कोई दलील नहीं सुनी गई, लेकिन वह पार्थ चटर्जी के साथ जज के सामने पेश की गईं और मॉनिटर स्क्रीन पर दोनों एक साथ दिखाई दिए.

अर्पिता को स्क्रीन पर देखकर जज ने पूछा सवाल 

स्क्रीन पर अर्पिता को देखकर जज ने पूछा कि क्या उसने कोर्ट में कोई अर्जी दाखिल की है. कोर्ट रूम के अंदर मौजूद अधिवक्ताओं ने न्यायाधीश को सूचित किया कि सिर्फ पार्थ चटर्जी ने जमानत याचिका दायर की थी और अर्पिता की ओर से कोई आवेदन दायर नहीं किया गया था.

Advertisement

'गलती से कनेक्ट हुए दोनों'

जब जज ने पूछा कि अर्पिता को अदालत में क्यों पेश किया गया, तो अदालत में मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि दोनों गलती से जुड़े हुए हैं क्योंकि वे पिछली सुनवाई के दौरान एक साथ पेश होते थे. इस पर जज ने हैरानी जताते हुए अर्पिता मुखर्जी को तुरंत वर्चुअल मोड से डिसकनेक्ट करने का आदेश दिया.

शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी हैं चटर्जी

कोलकाता में विशेष पीएमएलए अदालत ने तब पार्थ की जमानत याचिका पर सुनवाई जारी रखी और बाद में पाया कि वह एक बहुत प्रभावशाली व्यक्ति है और उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में जुलाई 2022 में पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था. अर्पिता मुखर्जी को भी उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था. ईडी ने अर्पिता के घर से 21.20 करोड़ रुपये की नकदी, 79 लाख रुपये का सोना और 54 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा बरामद की थी. 

(इनपुट- राजेश साहा)

Advertisement
Advertisement