बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद राज्यपाल से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल और अन्य बीजेपी नेता मौजूद रहे. मजूमदार ने राज्यपाल से हिंसा वाले इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भीड़ को उकसाया है.
सुकांत मजूमदार ने आजतक से बात करते हुए बताया कि गवर्नर को उन इलाकों के बारे में बताया जहां हिंसा हुई है. वह संवैधानिक प्रमुख हैं. इसलिए हमने उनसे कहा कि वह राज्य को में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करें.
ममता बनर्जी ने हिंसा पर नहीं बोला
मजूमदार ने कहा कि गुरुवार को जब विरोध हुआ तो ममता बनर्जी ने एक शब्द भी नहीं बोला, बल्कि इन लोगों को बीजेपी शासित राज्यों में जाकर विरोध करने की बात कहकर उकसाया. बाद में हावड़ा के पांचाल में हमारे पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई. इसमें पुलिस को दोष देने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि ऊपर से आदेश आते हैं. जब तक शीर्ष आदेश नहीं आएंगे, पुलिस काम नहीं करेगी.
जनता की सुरक्षा का आश्वासन नहीं दे सकती सरकार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार बंगाल के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन नहीं दे सकती, वे इंटरनेट बंद कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि वह गुंडों को नियंत्रित करती थीं, अब ऐसा लग रहा है कि गुंडे उन्हें नियंत्रित कर रहे हैं. हम पार्टी के साथ चर्चा के बाद हुगली जिले के अपने पार्टी कार्यालय को देखने जाएंगे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को कोलकाता पुलिस ने हावड़ा के उन इलाकों में जाने से रोक दिया था, जहां शनिवार को धारा 144 लागू कर दी गई थी. बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने बंगाल के राज्यपाल से मुलाकात की.
(तपन नसकर के इनपुट के साथ)