पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मामले में चौतरफा घिरी तृणमूल कांग्रेस ने बीएसएफ कैम्प एरिया में चार बच्चों की मौत पर बीजेपी और केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. इस मामले में टीएमसी ने सांसद, मंत्री और विधायकों को लेकर 12 सदस्यीय प्रतिनिधि दल का गठन किया है, जो मामले को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात करेगा.
उत्तर दीनाजपुर के चोपड़ा में चार बच्चों की मौत पर तृणमूल की ओर से बीएसएफ कैम्प के बाहर टीएमसी कार्यकर्ता प्रदर्शन भी करेंगे. कल चोपड़ा में मिट्टी का ढेर गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई थी. हादसा तब हुआ जब बीएसएफ शिविर क्षेत्र के भीतर किया जा रहा था. एक नाले को चौड़ा करने का काम चल रहा था.
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'5-12 साल के बच्चे जिंदा हो गए दफ्न'
पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले में भारत-बंगलादेश सीमा के पास एक स्थल पर नाले को चौड़ा करने के लिए खुदाई के दौरान मिट्टी का ढेर गिरने से सोमवार को चार बच्चे जिंदा दफन हो गए थे. इसी के बाद तृणमूल कांग्रेस ने बीएसएफ़ और गृह मंत्री अमित शाह को घेरना शुरू कर दिया.
तृणमूल कांग्रेस ने समूची घटना के लिए बीएसएफ को दोषी करार दिया है और कहा है कि बीएसएफ की लापरवाही की वजह से यह घटना हुई, जहां 5 से 12 साल के चार बच्चे जिंदा दफ्न हो गए. इससे पहले भी कई बार ममता बनर्जी ने बीएसएफ के खिलाफ बयान दिए हैं और इसके जरिए गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर रही हैं.
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बीएसएफ ने चार बच्चों की मौत पर क्या कहा?
वहीं बीएसएफं ने इस मामले में बयान जारी करके बताया है कि बीएसएफ पोस्ट के पास कुछ ग्रामीण जेसीबी मशीन और ट्रेक्टर के जरिए मिट्टी निकालने का काम कर रहे थे. वहां कुछ बच्चे खेल रहे थे. इसी दौरान यहां मिट्टी धंस गई और बच्चे उसमें फंस गए.