पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अयोध्या में 22 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रही हैं, इसको लेकर बीजेपी ने ममता पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता दिलीप घोष ने कहा है कि वो राम मंदिर कार्यक्रम में नहीं जा रही हैं, लेकिन यहां जुलूस निकालेंगी.
वहीं बंगाल में हिंसा को लेकर बीजेपी नेता ने कहा कि वो क्या ही एकता करेंगी. बंगाल में खूनखराबा हो रहा है. राम आपको माफ नहीं करेंगे, जो उत्पाती रास्ते में उतरकर दंगा करते हैं, उनको लेकर जुलूस निकालेंगे. चिंता तो होती है ये कि दंगाई, घुसपैठिया छोड़कर इनके पास कोई नहीं है. यही उनका ताकत है. उसको बढ़ावा देकर रास्ते में निकाल रहे हैं.
वहीं बंगाल बीजेपी चीफ सुकांता मजूमदार ने कहा कि टीएमसी वाले सर्वधर्म यात्रा के नाम पर बाबर के लोगों को साथ लेकर बंगाल में दंगा कराने की कोशिश कर रहे हैं. बंगाल के जिस क्षेत्र में हिंदू अल्पसंख्यक है वहां पर बाबर के लोग राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को मनाने के उनके कार्यक्रम में खलल डालेंगे. ममता ने बंगाल को जमात और उग्रवादियों का अड्डा बना दिया है.
मजूमदार ने कहा कि 22 जनवरी के दिन टीएमसी के रैली के रूट के समाप्ति स्थल पार्क सर्कस होने की वजह से इसके मंसूबे को समझा जा सकता है. इसलिए बीजेपी ने हाई कोर्ट में टीएमसी की रैली पर प्रतिबंध लगाने की गुहार लगाई है और केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है.
उन्होंने कहा कि बंगाल में पद के कारखाने की आड़ में ग्रेनेड बनाने का कारोबार चल रहा था. यह ग्रेनेड देश की सेना के पास पाई जाती है. इस तरह के ग्रेनेड का निर्माण पद का कारखाने में होने का मतलब इसका इस्तेमाल देशद्रोही और उग्रवादी गतिविधियों में किया जाना है.
वहीं अयोध्या को लेकर मजूमदार ने कहा, राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से भारत में स्वर्ण युग की शुरुआत होगी. राम नगरी सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया की धार्मिक राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित होगी और इससे व्यापार के भी व्यापक अवसर खुल जाएंगे.